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दृढ़ श्रद्धान के साथ वस्तुस्थिति को स्वीकार कर लेना चाहिए : आचार्यश्री

locationसागरPublished: Feb 14, 2019 07:52:47 pm

सहस्त्र कूट जिनालय का भूमि पूजन संपन्न
 

सहस्त्र कूट जिनालय का भूमि पूजन संपन्न

सहस्त्र कूट जिनालय का भूमि पूजन संपन्न

सागर. आप लोगों को कुछ बातों के ऊपर विश्वास नहीं होता है अथवा समझ में नहीं आता है। कार्य देखकर कहने लगते हो कि देव चमत्कार है या कोई जादू टोना है या फिर शंका होने लगती है हमें वस्तुस्थिति को स्वीकार करना चाहिए। उसे दृढ़ श्रद्धान करके अपना लेना चाहिए वस्तुस्थिति की जानकारी होने पर लोगों का भ्रम दूर हो जाता है। यह बात भाग्योदय तीर्थ में विराजमान आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज ने एक धर्म सभा के दौरान गुरवार को कहीं। आचार्य श्री ने कहा की दो महिलाएं थी। एक कर्म सिद्धांत पर भरोसा करती थी तो दूसरी महिला थोड़ा यूं ही पर विश्वास करती थी। एक दिन महिला ने देखा एक राजा पहले हाथी पर फिर घोड़े पर सवार होता है फिर पालकी पर सवार होता है और जब वह पालकी से उतरता है तो दो चार लोग उसके पांव दबाने लग जाते हैं तो दूसरी सखी पहली से कहती है यह क्या नाटक हो रहा है पांव तो उनके दबाने चाहिए जिन्होंने पालकी उठाई है यह कब थके, यह चले ही नहीं कहां से थक गए होंगे।
आचार्य श्री की पूजन करने का सौभाग्य क्षमा सागर महिला मंडल को मिला। आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन देवेंद्र भाटिया बेगमगंज अक्षय भैया रोहित जैन, राजेश जैन गौहाटी,सुमोद शैलेंद्र,प्रवीण बांछल रामपुरा, प्रदीप सिंघई और डॉ.प्रखर सिंघई जबलपुर को प्राप्त हुआ।
आचार्यश्री जी के पडग़ाहन और आहारचर्या कराने का सौभाग्य राजेंद्र सिंघई केसली,अशोक विदिशा,पुष्पा जैन,सुषमा जैन, विकास टोनी केसली, स्नेहा,राहुल, आकाश,कपिल,विशाल,मनोज वर्धमान, सरोज चितौरा, नीरज बांदरी को मिला। सहस्त्र कूट जिनालय के लिए मुन्ना जैसीनगर, प्रणय गंगवाल छिंदवाड़ा,नीरज जैन बांदरी, सत्येंद्र जैन विवेक जैन फैशन गैलरी, सुजय जैन और पूजा जैन ने एक एक प्रतिमा विराजमान करने की घोषणा की सुदीप जैन सीए,सुनील मधु जैन ने शास्त्र भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन मुकेश जैन ढाना और सुरेंद्र मालथोन ने किया।
सर्वतोभद्र जिनालय के सामने सहस्त्रकूट जिनालय का हुआ भूमि पूजन
सर्वतोभद्र जिनालय के सामने सहस्त्रकूट जिनालय का भूमि पूजन गुरुवार ३.30 बजे आचार्य श्री के ससंघ सानिध्य में प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी विनय भैया ने कराया। मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि सहस्त्रकूट जिनालय में 1008 प्रतिमाएं विराजमान होना है इनमें 12 प्रतिमाएं बड़ी होगी। शेष 996 छोटी प्रतिमाएं विराजमान होगी। सहस्त्रकूट जिनालय के निर्माण के लिए प्रेमचंद संध्या जैन,सौरभ रूही जैन, गौरव अनामिका और नीरज पायल जैन के परिवार में नीव से लेकर शिखर तक का निर्माण उपकार परिवार की ओर से बनाने की घोषणा की है।
निस्वार्थ सागर महाराज का अवतरण दिवस आज

सागर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज की परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री निस्वार्थ सागर महाराज का अवतरण दिवस 15 फरवरी को है । इस अवसर पर रामपुरा जैन समाज द्वारा आचार्य श्री की मंगल पूजन 15 फरवरी को भाग्योदय के बड़े पंडाल में की जाएगी।
आर्यिका पूर्णमति माता की आगवानी आज
आर्यिका 105 पूर्णमति माताजी की आगवानी 15 फरवरी को सुबह 7.30 बजे कबूला पुल से होगी। आर्यिका संघ में आठ माताजी है। उनका विहार झांसी से 6 फरवरी को हुआ था 9 दिन में 200 किलोमीटर की यात्रा संघ ने पूरी की है।
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