सागरPublished: Jan 04, 2019 09:20:55 pm
sachendra tiwari
मामला सिविल अस्पताल का
Action on those who charge rupees in civil hospital
बीना. सिविल अस्पताल में प्रसूति महिलाओं से रुपए मांगने के मामले में सीएमएचओ द्वारा कार्रवाईकी गई है, जिसमें दोनों महिला कर्मचारियों को अस्पताल से हटाया गया है। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती जा रही थी, लेकिन पत्रिका द्वारा लगातार इस खबर को प्रकाशित किए जाने के बाद कार्रवाईकी गई।
इस मामले में जब जांच की गईतो आया मधुलता नामदेव, स्वीपर शांतिबाईको दोषी पाया गया है। जिसपर सीएमएचओ इंद्रराज सिंह द्वारा आया को मंडीबामोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया है और स्वीपर को जिला कार्यालय में अटैच किया गया है। साथ ही उनकी एक-एक वेतनवृद्धि रोकी गई है। गौरतलब है कि 28 दिसंबर को कमला अहिरवार निवासी मिर्जापुर प्रसव के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थीं। कर्मचारियों ने प्रसव के लिए पांच सौ रुपए मांगे और जब उन्होंने रुपए न होने की बात कही तो कर्मचारियों ने उनसे अभद्रता की और दो सौ रुपए ले लिए थे। इस मामले में प्रबंधन द्वारा कोईकार्रवाईनहीं की जा रही थी और कर्मचारियों ने दूसरे दिन ही आरोप लगाने वाली महिला की छुट्टी करा दी थी। जिस आया पर इस बार रुपए लेने के आरोप लगा था, उसके खिलाफपहले भी आरोप लग चुके हैं और कार्रवाईभी की जा चुकी है।
जननी एक्सप्रेस के कर्मचारी पर कंपनी करेगी कार्रवाई
28 दिसंबर को ही कलरावनी आईं क्रांति पति जगदीश अहिरवार ने बताया था कि जननी एक्सप्रेस के कर्मचारी ने एक हजार रुपए मांगे थे और 250 रुपए लेने बाद ही उसने गाड़ी से उतरने दिया था। इस मामले की भी जांच कराईगई है। सीएमएचओ ने बताया कि इस संबंध कंपनी को लिखा गया हैवह कर्मचारी पर कार्रवाईकरेंगे।
कर दिया है कार्यमुक्त
सीएमएचओ के निर्देश पर दोनों महिला कर्मचारियों को सिविल अस्पताल से कार्यमुक्त कर दिया गया है।
डॉ. आरके जैन, प्रभारी, सिविल अस्पताल, बीना