सागर में राजघाट बांध निर्माण के दौरान शहरवासियों के सहयोग को भी याद किया।
सागर•Jun 10, 2018 / 05:40 pm•
गुलशन पटेल
Additional Chief Secretary Reach the sagar
सागर. झील में एक बार फिर शुरू हुए श्रमदान से यह सिद्ध होता है कि सागर के लोगों में आज भी बलिदान और सहयोग की भावना है। सागर दानवीरों की धरती है।
यह बात अपर मुख्य सचिव और जिले के पूर्व कलेक्टर बीआर नायडू ने कही। वे रविंद्र भवन में शनिवार रात आयोजित झील संरक्षण के लिए सहयोग देने वालों के सम्मान कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने सागर में राजघाट बांध निर्माण के दौरान शहरवासियों के सहयोग को भी याद किया।
तो सफलता निश्चित : सिंह
विधायक शैलेंद्र जैन ने डी- सिल्टिंग के लिए १ लाख और कुलपति प्रो. आरपी तिवारी ने अपने जून के वेतन से ११ हजार रुपए देने की घोषणा की। श्रमदान और धन सहयोग देने वाली ३५ संस्थाओं सहित ५४ लोगों का सम्मान किया गया। मुख्य अतिथि गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि संकल्प पवित्र है तो सफलता निश्चित है। समाज को इसका अहसास होना चाहिए। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एेसे कार्यों के लिए सभी को आगे आना चाहिए।
अमृतं जलम् अभियान को सराहा
विधायक शैलेंद्र जैन ने पत्रिका के अमृतं जलम अभियान की सराहना करते हुए झील सफाई की शुरुआत करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह समापन नहीं बल्कि शुरुआत है। प्रो. आरपी तिवारी ने कहा कि संस्थाओं को झील के संरक्षण के लिए अपना सहयोग देना चाहिए। विवि प्रशासन चकराघाट को गोद लेकर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी लेता है।
श्रमदान से मिली प्रेरणा : महापौर
महापौर अभय दरे ने कहा कि हम तालाब को खाली करने के लिए जनवरी माह से ही योजना बना रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने हमें हतोत्साहित कर डरा दिया। जिसके कारण हमें जनवरी से काम शुरू नहीं कर पाए, लेकिन बाद में जब लोग श्रमदान के लिए झील में उतरे तो हमने हिम्मत बांधकर काम शुरू करवाया। दान से नगर निगम के पास आज झील की सफाई के लिए ११ लाख रुपए एकत्रित हो गए हैं। भी तक इसका आधा भी खर्च नहीं कर पाए हैं। कार्यक्रम में कमिश्नर मनोहर लाल दुबे, कलेक्टर आलोक सिंह, निगमायुक्त अनुराग वर्मा , सुधीर तिवारी सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोग थे।