वायरल व मौसमी बीमारियों के फैलने के साथ क्षेत्र में कोरोना संक्रमण भी बढ़ रहा है। विगत एक सप्ताह में 3 मरीजों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आ गया है। रहली की 25 वर्षीय प्रसूता के कोरोना वायरस संक्रमण होने और गंभीर स्थिति में पहुंचने के बाद प्रबंधन ने चेस्ट व टीबी वार्ड में अलग से 10 बेड कोरोना मरीजों के लिए लगाए हैं।
जांचें बढ़ाने और सतर्कता
अभी एक-दो मरीजों की कोरोना जांच ही हो रही थी, लेकिन अब माइक्रोबायोलॉजी विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि जांचों की संख्या बढ़ाई जाए। अन्य विभागों को सतर्कता के तौर पर ऐसे मरीजों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण हों। इन मरीजों की कोरोना जांच कराई जा रही है। 12-13 संभावित मरीजों के सैंपल भी लिए गए हैं।
सर्दी-जुकाम और वायरल फीवर के मरीज संदिग्ध
अभी मौसमी बीमारियों का प्रकोप है और कोरोना की एंट्री होने से डॉक्टर्स भी असमंजस में हैं कि आखिर किन मरीजों की कोरोना जांच कराई जाए। वायरल फीवर व कोरोना वायरस के लक्षण लगभग एक समान हैं। यदि सभी मरीजों की कोरोना जांच की जाए तो यह संख्या हर दिन 500 के पार पहुंच जाएगी। ऐसे में सीरियस केस के मरीजों की प्राथमिकता के तौर पर जांच की जा रही है।