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750 निजी स्कूलों में मिलता है प्रवेश
चार सालों से प्रवेश शत-प्रतिशत नहीं हुआ है। हर साल आरटीई के लिए जिले की 750 से अधिक निजी स्कूलों की 25 प्रतिशत सीटों पर आवेदन बुलाए जाते हैं। इनमें से बमुश्किल आधी सीटें ही भर पाती हैं, लेकिन इस साल तो अब तक प्रवेश की तारीख नहीं आई है। इधर, निजी स्कूलों ने प्रवेश देना शुरू कर दिए हैं। आरटीई की प्रवेश प्रक्रिया महीनेभर चलती है। पहले आवेदन, फिर सत्यापन और लॉटरी के बाद बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। ऐसे में जुलाई माह में भी बच्चों को दाखिला नहीं मिल पाएगा। अगर प्रवेश प्रक्रिया में देरी हुई तो गरीब और कमजोर वर्ग के कई बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। हालांकि अधिकारियों की माने तो 15 जून से तक आरटीई की गाइडलाइन आने की संभावना जताई जा रही है।