माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से हाइकूल और हायरसेकंडरी की प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए अंकों के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इस बार हाइस्कूल के प्रैक्टिकल एक्जाम 20 अंकों के होंगे, जबकि हायरसेकंडरी के लिए अंकों का निर्धारण 30 अंक किया गया है, लेकिन विद्यार्थी प्रैक्टिकल से ही कैसे अंक जुटा पाएंगे यह मुश्किल है।
वजह है कि शहर के ही स्कूलों की स्थिति चौंकाने वाली है। लैब अस्टिेंट न होने के वजह से उपकरण कबाड़ बन चुके हैं। वर्षों से नहीं सुधारएमएलबी स्कूल (क्रं१) में विद्यार्थियों के लिए लैब का इंतजाम है।
इसमें प्रयोग के 12 अंक, मौखिक के 1, प्रायोगिक रिकॉर्ड के 4 और प्रोजेक्ट के 3 अंक निर्धारित रहेंगे। वहीं कक्षा 12वीं में 15 विषयों को जोड़ा गया है। इसमें भौतिकी, रसायन के मूल तत्व, गृह प्रबंधन, भूगोल, विज्ञान के तत्व, कला संकाय आदि शामिल हैं।