सागरPublished: May 27, 2019 08:51:27 pm
sachendra tiwari
अधिकारियों की समझाइश के बाद 35 मिनट बाद आगे बढ़ सकी ट्रेन
AP Express coach AC bad
बीना. बीना स्टेशन से थ्रो निकलने वाली एपी एक्सप्रेस के एसी कोच बी 3 के एसी में आगरा के पास खराबी आईथी, लेकिन कहीं भी सुधार नहीं किया गया, जिससे यात्रियों ने बीना स्टेशन की मेन लाइन पर ट्रेन रोक दी और हंगामा शुरू कर दिया। स्टेशन पर एसी में सुधार की कोई व्यवस्था न होने के कारण अधिकारियों की समझाइश के बाद 35 मिनिट बाद ट्रेन रवाना हुई।
नई दिल्ली से विशाखापट्टनम जाने वाली एपी एक्सप्रेस शाम 3.55 बजे बीना स्टेशन पहुंची थी। ट्रेन का स्टॉपेज न होने के कारण मेन लाइन से थ्रो निकाला जाना था, लेकिन यात्रियों ने चैन पुलिंग कर ट्रेन रोक दिया और कोच क्रमांक बी 3 के यात्रियों ने हंगाम शुरू कर दिया। आगरा से यात्रा कर रहे अनूप जैन ने बताया कि आगरा में एसी में खराबी आईथी और जब वहां सुधार के लिए बोला तो झांसी में सुधार के लिए बोला गया और झांसी में बीना के सुधार की बात कही गईथी, लेकिन बीना में सुधार की कोईव्यवस्था नहीं है। यात्री जिद पर अड़े थे कि सुधार कार्य होने के बाद ही आगे बढ़ेंगे, लेकिन बीना में कोई व्यवस्था न होने के कारण सुधार नहीं हो पाया। मौके पर पहुंचे इलेक्ट्रीक विभाग के अधिकारी, स्टेशन प्रबंधक, आरपीएफ ने समझाइश दी। यात्रियों की मांग थी कि कोई अधिकारी कोच में बैठकर भोपाल साथ में जाएगा तभी ट्रेन आगे बढ़ेगी। इसके बाद जब इलेक्ट्रीक विभाग के एसएसईआरएस दुबे कोच में बैठकर भोपाल तक जाने के लिए तैयार हुए तब कहीं यात्रियों ने ट्रेन को 4.30 बजे आगे बढऩे दिया।
गर्मी में रहा यात्रियों का बुरा हाल
कोच का एसी काम नहीं करने के कारण छोटे-छोटे बच्चों और वृद्धों का हाल बुरा था। लोग बच्चों को कपड़ा, पुस्तकों से हवा कर रहे थे। साथ ही जो बीमार यात्री थे उनका भी बुरा हाल रहा।
लूप लाइन से निकाली थ्रो ट्रेन
मेन लाइन पर जब एपी एक्सप्रेस रुकी हुई थी तभी भोपाल की ओर जा रही एक और थ्रो ट्रेन निकली, जिसे धीमी गति से लूप लाइन से निकाला गया। लूप लाइन से जब ट्रेन निकल रही थी उस समय ट्रेक पर एपी एक्सप्रेस के यात्री भी खड़े थे, जिन्हें अधिकारियों ने अलग कराया।
कंप्रेसर में थी खराबी
ट्रेन में एसी सुधारने वाले मैकेनिक ए कुमार ने बताया कि एसी के कंप्रेसर में कुछ खराबी है, लेकिन कोच में कूलिंग हो रही है। ऊपर से ओएचईलाइन निकली होने के कारण सुधार नहीं कर पा रहे हैं।