पत्रिका ने किया था उजागर –
शहर से सटे फोरलेन हाइवे पर जगह-जगह डिवाइडर तोड़कर एक ओर से दूसरी ओर आने-जाने रास्ते बनाए गए हैं। इन्हीं स्थानों से लेन बदलकर जब वाहन अचानक विपरीत दिशा की लेन पर पहुंचने पर दूसरी ओर से आने वाले वाहनों से टकराने का अंदेशा बना रहता है। शहर के आसपास फोरलेन हाइवे पर इन्हीें अनाधिकृत क्रॉसिंग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इस स्थिति को पत्रिका ने 15 नवम्बर के अंक में खबर प्रकाशित कर प्रमुखता से उजागर किया था। डिवाइडर तोड़कर बनाई गई क्रॉसिंग के कारण हो रहे हादसे और मौत के बढ़ते आंकड़ों पर अधिकारियों ने भी चिंता जाहिर की थी। ट्रैफिक डीएसपी संजय खरे ने इस पर हाइवे अथॉरिटी के अधिकारियों से चर्चा की और शुक्रवार को अधिकारियों की टीम ने शहर के नजदीक से गुजरे हाइवे का मुआयना किया।
27 किमी में 11 जगह तोड़े गए डिवाइडर –
एनएच-26 का 27 किमी हिस्सा सागर शहर के नजदीक से गुजरता है। बम्होरी चौराहे से रानीपुरा के बीच इस हिस्से का निरीक्षण कर रही अधिकारियों की टीम को 11 स्थानों पर डिवाइडर टूटे हुए मिले। इन स्थानों पर डिवाइडर के इतने हिस्से को क्षतिग्रस्त किया गया था जिससे वाहन लेन बदल सकें। जिन जगहों पर डिवाइडर क्षतिग्रस्त मिले हैं उनके पास या तो ढाबे, होटल, गांव या फिर स्टोन क्रशर लगे हुए हैं। 27 किमी के इस हिस्से में हाइवे के निर्माण के समय 7 क्रॉसिंग छोड़ी गई थी। अनाधिकृत क्रॉसिंग को जोड़ें तो यह संख्या अब 18 हो गई है। यानि की हाइवे पर डेढ़ किमी के अंतराल पर एक क्रॉसिंग है और इस वजह से इस क्षेत्र से तेज रफ्तार वाहन अकसर हादसे का शिकार हो जाते हैं।
क्षतिग्रस्त डिवाइडरों की मरम्मत के निर्देश –
ट्रैफिक पुलिस और हाइवे अथॉरिटी के अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण के उपरांत रख-रखाव के लिए तैनात एजेंसी को इस हिस्से में डिवाइडरों की मरम्मत के निर्देश दिए हैं। जहां-जहां डिवाइडर तोड़कर क्रॉसिंग बनाई गई है वहां डिवाइडर पहले ही तरह ही बनाया जाएगा ताकि वाहन इन स्थानों से लेन न बदल सकें और हादसों की संख्या में कमी आए। अधिकारियों के अनुसार एक-दो दिन में ही एजेंसी द्वारा अनाधिकृत क्रॉसिंग को बंद करा दिया जाएगा।