सागर. ग्राहकों को इमरजेंसी के समय रुपयों की किल्लत न हो, इस बात को ध्यान में रखकर ही एटीएम की सुविधा शुरू की गई है, लेकिन आरबीआई व बैंकों के इन उद्देश्यों का मखौल उड़ाया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण शहर के उपनगर मकरोनिया में हाल यह कि दिन में चालू रहने वाले एटीएम रात में बंद कर दिए जाते हैं। यह स्थिति किसी एक जगह या एक बैंक की नहीं है, बल्कि उपनगर में अधिकांश बैंकों के एटीएम के यही हाल हैं। मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में चौराहे से निकले चारों मार्गों पर करीब ३३ एटीएम लगे हैं। इनमें अधिकांश एटीएम में तो आए दिन रुपयों की किल्लत व सर्वर डाउन की स्थिति रहती ही है। इसके बाद अब यह नई परेशानी शुरू हुई है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार की रात व शनिवार दिन में इस बात को पड़ताल की तो चार बैंकों के एटीएम रात में बंद मिले और दूसरे दिन सुबह खुल गए। इसमें यूनियन बैंक के दो एटीएम, सिंडीकेट बैंक, कैनर बैंक व एक एसबीआई का एटीएम शामिल था। चारों जगह एटीएम की शटर बंद पाई गई।
सागर. ग्राहकों को इमरजेंसी के समय रुपयों की किल्लत न हो, इस बात को ध्यान में रखकर ही एटीएम की सुविधा शुरू की गई है, लेकिन आरबीआई व बैंकों के इन उद्देश्यों का मखौल उड़ाया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण शहर के उपनगर मकरोनिया में हाल यह कि दिन में चालू रहने वाले एटीएम रात में बंद कर दिए जाते हैं। यह स्थिति किसी एक जगह या एक बैंक की नहीं है, बल्कि उपनगर में अधिकांश बैंकों के एटीएम के यही हाल हैं। मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में चौराहे से निकले चारों मार्गों पर करीब ३३ एटीएम लगे हैं। इनमें अधिकांश एटीएम में तो आए दिन रुपयों की किल्लत व सर्वर डाउन की स्थिति रहती ही है। इसके बाद अब यह नई परेशानी शुरू हुई है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार की रात व शनिवार दिन में इस बात को पड़ताल की तो चार बैंकों के एटीएम रात में बंद मिले और दूसरे दिन सुबह खुल गए। इसमें यूनियन बैंक के दो एटीएम, सिंडीकेट बैंक, कैनर बैंक व एक एसबीआई का एटीएम शामिल था। चारों जगह एटीएम की शटर बंद पाई गई।
सागर. ग्राहकों को इमरजेंसी के समय रुपयों की किल्लत न हो, इस बात को ध्यान में रखकर ही एटीएम की सुविधा शुरू की गई है, लेकिन आरबीआई व बैंकों के इन उद्देश्यों का मखौल उड़ाया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण शहर के उपनगर मकरोनिया में हाल यह कि दिन में चालू रहने वाले एटीएम रात में बंद कर दिए जाते हैं। यह स्थिति किसी एक जगह या एक बैंक की नहीं है, बल्कि उपनगर में अधिकांश बैंकों के एटीएम के यही हाल हैं। मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में चौराहे से निकले चारों मार्गों पर करीब ३३ एटीएम लगे हैं। इनमें अधिकांश एटीएम में तो आए दिन रुपयों की किल्लत व सर्वर डाउन की स्थिति रहती ही है। इसके बाद अब यह नई परेशानी शुरू हुई है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार की रात व शनिवार दिन में इस बात को पड़ताल की तो चार बैंकों के एटीएम रात में बंद मिले और दूसरे दिन सुबह खुल गए। इसमें यूनियन बैंक के दो एटीएम, सिंडीकेट बैंक, कैनर बैंक व एक एसबीआई का एटीएम शामिल था। चारों जगह एटीएम की शटर बंद पाई गई।
सागर. ग्राहकों को इमरजेंसी के समय रुपयों की किल्लत न हो, इस बात को ध्यान में रखकर ही एटीएम की सुविधा शुरू की गई है, लेकिन आरबीआई व बैंकों के इन उद्देश्यों का मखौल उड़ाया जा रहा है। स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण शहर के उपनगर मकरोनिया में हाल यह कि दिन में चालू रहने वाले एटीएम रात में बंद कर दिए जाते हैं। यह स्थिति किसी एक जगह या एक बैंक की नहीं है, बल्कि उपनगर में अधिकांश बैंकों के एटीएम के यही हाल हैं। मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में चौराहे से निकले चारों मार्गों पर करीब ३३ एटीएम लगे हैं। इनमें अधिकांश एटीएम में तो आए दिन रुपयों की किल्लत व सर्वर डाउन की स्थिति रहती ही है। इसके बाद अब यह नई परेशानी शुरू हुई है। पत्रिका टीम ने शुक्रवार की रात व शनिवार दिन में इस बात को पड़ताल की तो चार बैंकों के एटीएम रात में बंद मिले और दूसरे दिन सुबह खुल गए। इसमें यूनियन बैंक के दो एटीएम, सिंडीकेट बैंक, कैनर बैंक व एक एसबीआई का एटीएम शामिल था। चारों जगह एटीएम की शटर बंद पाई गई।