सागरPublished: Jul 24, 2019 10:22:35 pm
sachendra tiwari
बच्चा चोरी की अपवाह से दशहत में लोग
Baba caught in the afternoon in suspicion of child theft, police handed over to the youth in evening
बीना. सोशल मीडिया पर फैली बच्चा चोरी करने की अफवाह के कारण लोग दहशत में हैं और अंजान व्यक्ति को बच्चा चोर की नजर से ही देख रहे हैं। दूसरी जगहों के पुराने अन्य घटनाओं के वीडियों बच्चा चोरी के नाम से वायरल किए जा रहे हैं। जबकि पुलिस द्वारा भी इसे अफवाह ही बताया जा रहा है। शहर में भी बुधवार को ऐसे दो मामले सामने आए, जिसमें बच्चा चोरी के शक पर दो अलग-अलग व्यक्तियों को पकडऱ पुलिस के हवाले किया गया है। बुधवार की दोपहर सेंट्रल स्कूल के पास से एक बाबा को लोगों ने संदेह के आधार पर पकड़ लिया और मारपीट कर दी। इसके बाद उसे छोटी बजरिया पुलिस चौकी लेकर पहुंचे, जहां पुलिस ने पूछताछ की तो वह बाबा ही था और ट्रेन से आया था। चाय पीने के लिए वह छोटी बजरिया क्षेत्र पहुंच गया था। इसी बीच लोगों को उसपर बच्चा चोर होने का संदेह हो गया और मारपीट कर दी। इसके बाद रात करीब 8 बजे पूर्वी रेलवे कॉलोनी स्थित बीस खोली के कुछ लोगों ने एक युवक को बच्चा चुराने के संदेह के आधार पर पकड़ लिया और जमकर मारपीट की। लोगों ने बताया कि उसके पास छैनी, हथोड़ा सहित कुछ दवाएं भी थीं। युवक को जीआरपी के हवाले किया गया, लेकिन पुलिस को उसके पास से कुछ भी नहीं मिला। जीआरपी ने बताया कि युवक को थाने पहुंचाने के बाद कोई भी व्यक्ति एफआईआर दर्ज कराने नहीं आया है। मामले की जांच की जा रही है।
अफवाह के चक्कर में निर्दोष न बन जाएं निशाना
लगातार फैल रही बच्चा चोरी की अफवाह के कारण अब निर्दोष व्यक्ति पर लोगों का निशाना बन रहे हैं और पकडऩे के बाद उनके साथ मारपीट की जा रही है। यदि पुलिस द्वारा जल्द ही इस प्रकार की अफवाहों पर विराम नहीं लगाया गया तो किसी निर्दोष की जान भी जा सकती है।
शहर में उड़ी तीन बच्चे चोरी होने की अफवाह
शहर में लोगों द्वारा अफवाह उड़ा दी गई कि एक स्कूल के तीन बच्चे चोरी हो गए हैं, जिसके बाद अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर रहे हैं। इसके बाद दूसरी अपवाह उड़ी की एक स्कूल में कुछ महिलाएं अंदर पहुंच गई थीं और बच्चा उठाने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन हकीकत में वहां कुछ था ही नहीं।
लोग रहें जागरूक
बच्चा चोर गिरोह की सूचना नहीं है, लेकिन यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति लगता है तो उसके साथ मारपीट न कर पुलिस को सूचना दें, जिससे सच्चाई पता लग सके। साथ ही माता-पिता जागरूक रहें और बच्चों को अकेला न छोड़े।
डीएस चौहान, एसडीओपी, बीना