बेटी पर बयान पलटने का बना रहा था दबाव
पुलिस ने बबलू पंडा को घेराबंदी कर सनौधा टोल बैरियर तोडऩे की कोशिश करते हुए गिरफ्तार किया था। गुरुवार को मकरोनिया पुलिस फॉरेंसिक एक्सपर्ट को लेकर वारदात स्थल पर पहुंची और वहां से रात में हुई फायरिंग के बाद गोली बरामद करते हुए सीढि़यों में हुए सुराख से भी सुराग जुटाए।
दो बेटियां रिश्तेदार के यहां रहती हैं
करीब चार साल पहले बबलू पंडा ने पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में जबलपुर में उस पर हत्या का अपराध दर्ज है। वारदात के बाद लंबे समय तब बबलू केंद्रीय जेल में बंद रहा। इस बीच उसकी दो बेटियां अपने रिश्तेदार के घर सागर आ गईं थी, जबकि एक बेटी और बेटा जबलपुर में ही रह रहे हैं। पत्नी की हत्या की वारदात में गवाह बेटी को बयान पलटने के लिए बबलू लंबे समय से उसे डरा-धमकाकर दबाव बना रहा है। बीच में भी वह मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दे चुका है। इसकी शिकायत भी मकरोनिया थाने में दर्ज कराई गई थी।
जन्मदिन के बीच पहुंच चलाई गोली
बबलू बुधवार रात मकरोनिया पहुंचा और दीनदयालनगर में जहां दोनों बेटियां रहती हैं, उस घर में जबरदस्ती घुस गया। बड़ी बेटी के जन्मदिन के कार्यक्रम के बीच बबलू ने शराब के नशे में अपने तीन साथियों सहित उत्पात मचाया। पूरा सामान तोड़ डाला। वहां मौजूद रिश्तेदार राजेश हंसारी पर पिस्टल से गोली दाग दी। हांलाकि निशाना चूक गया था।
हत्या के प्रयास के आरोप में भेजा जेल
टीम में शामिल टीआई कमलेन्द्र कर्चुली, एसआई आरके पाठक, रामू प्रजापति, अतुल त्रिपाठी, आरक्षक मणिशंकर, सुशील चौहान व दिनेश सहित करीब एक दर्जन पुलिस कर्मियों और डायल-१०० की टीम ने जब कार को रोककर बबलू को दबोचा तो वह नशे में धुत था। कार से पुलिस ने एक पिस्टल और शराब की बोतलें जब्त की हैं। बबलू उसके दमोह निवासी साथी सोमेश, अमरदीप चौधरी, नीरज तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया।
२०१६ में भी की थी फायरिंग-तोडफ़ोड़
जानकारी के अनुसार कुख्यात अपराधी बबलू पंडा ने दो साल पहले २०१६ में भी हंसारी के घर फायरिंग कर बेटियों को उठाकर ले जाने की कोशिश की थी। उस समय भी घर का सामान क्षतिग्रस्त कर दिया था और पुलिस की घेराबंदी को
तोड़कर भाग निकला था।
बैरियर तोड़कर भागने की कर रहा था कोशिश
इसी बीच जिस पर पंडा ने गोली चलाई थी वह युवक सीढि़यों के रास्ते भाग निकला। उसी की सूचना पर सीएसपी रवि सिंह चौहान ने मकरोनिया -बहेरिया थानों की टीम बनाकर घेराबंदी की और दमोह हाइवे पर भागते हुए सानौधा बैरियर तोडऩे की कोशिश कर रहे बबलू पंडा और उसके तीन साथियों को कार सहित दबोच लिया था।