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सागर

मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशनों पर लगी रोक, सिर्फ मेजर ऑपरेशन ही होंगे अब

-कोरोना वायरस को लेकर प्रबंधन ने लिया निर्णय, भर्ती वार्डों में भीड़ कम करने प्रबंधन उठा रहा कदम

सागरMar 19, 2020 / 08:47 pm

आकाश तिवारी

मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशनों पर लगी रोक, सिर्फ मेजर ऑपरेशन ही होंगे अब

मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशनों पर लगी रोक, सिर्फ मेजर ऑपरेशन ही होंगे अब

सागर. मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस को लेकर बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। मरीजों की भीड़ कम करने के साथ ऑपरेशनों पर भी रोक लगाई जा रही है। सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत बीएमसी प्रबंधन बीएमसी में इमरजेंसी केस में ही घायलों, मरीजों के ऑपरेशन करेंगे। इलेक्टिव मरीजों के ऑपरेशन ३१ मार्च तक के लिए बंद किए जा रहे हैं। सर्जरी और हड्डी विभाग के विभाग प्रमुखों ने इस दिशा में काम करना भी शुरू कर दिया है। अब अस्पताल में सिर्फ उन मरीजों के ऑपरेशन होंगे, जिन्हें त्वरित ऑपरेशन की जरूरत है। इसके अलावा अन्य मरीजों को बाद में ऑपरेशन कराने की सलाह दी जा रही है।
कोरोना के महामारी का रूप लेने के बाद बीएमसी प्रबंधन भी सकते में है। बीएमसी में इन दिनों मरीजों की भीड़ भी लगातार बढ़ रही है। भर्ती वार्डों में भी मरीजों की संख्या ज्यादा है। परिजनों के ठहरने के कारण बीएमसी में संक्रमण फैलने का खतरा भी बना हुआ है। इसी को लेकर डीन डॉ. जीएस पटेल ने सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक ली। इसमें सिर्फ इमरजेंसी ऑपरेशन करने के निर्देश दिए हैं।

-सिर्फ एक अटेंडर को मिलेगा प्रवेश
बीएमसी में भर्ती वार्डों में मरीजों के अलावा बड़ी संख्या में अटेंडर भी रहते हैं। एक मरीज के साथ तीन से चार परिजनों के होने से वार्डों में भीड़ की स्थिति बनी रहती है। प्रबंधन ने कोरोना वायरस के फैलने की आशंका को ध्यान में रखते हुए नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत अब भर्ती मरीज के साथ एक ही अटेंडर को वार्डों में प्रवेश दिया जाएगा।

-नंबर सिस्टम के तहत अस्पताल आएं
सर्जरी, हड्डी, मेडिसिन सहित अन्य वार्डों में भर्ती मरीजों के ऑपरेशन के लिए नंबर दिए जाते हैं। नंबर आने तक यह मरीज अस्पताल में भर्ती रहते हैं। इनमें से कई मरीज एेसे होते हैं, जिन्हें विशेष केयर की जरूरत नहीं होती है। यह कभी भी आकर अपना ऑपरेशन करा सकते हैं। एेसे ही मरीजों को नंबर दिए जाने के बाद उसी तरीख में बीएमसी बुलाया जाएगा और उन्हें घर पर रहने की सलाह दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर यदि किसी मरीज के ऑपरेशन का नंबर एक महीने दिया जाता है तो उसे भर्ती नहीं किया जाएगा। बल्कि एक महीने बाद उसे बुलाया जाएगा और उसका ऑपरेशन किया जाएगा।

 

स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को लेकर गाइड लाइन जारी की है। उसके तहत इलेक्टिव ऑपरेशन बीएमसी में नहीं होंगे। सिर्फ इमरजेंसी केस होने पर ही ऑपरेशन किए जाएंगे।
डॉ. राजेश जैन, एचओडी हड्डी विभाग

 

ओटी को संक्रमण रहित बनाने के लिए प्रतिदिन कल्चर कराना जरूरी है। ज्यादा ऑपरेशन से यह संभव नहीं हो पाता है। शासन के निर्देशों के तहत गंभीर मामलों में ही ऑपरेशन किए जाएंगे।
डॉ. आरएस वर्मा, एचओडी सर्जरी विभाग

वर्जन

शासन की गाइड लाइन के अनुरूप सभी विभागों के एचओडी की बैठक ली गई थी, जहां उन्हें इलेक्टिव ऑपरेशन न करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. जीएस पटेल, डीन बीएमसी

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