लोकायुक्त एसपी रामेश्वर यादव को फरियादी मयंक जैन निवासी खुरई ने बैंक प्रबंधक द्वारा अपने ऋण प्रकरण स्वीकृत करने के बदले रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। शिकायत के अनुसार जैन का 9.90 लाख रुपए का ऋण प्रकरण बैंक में अटका हुआ था। एक महीने से प्रबंधक 20 हजार रुपए की रिश्वत के चक्कर में केस को स्वीकृति नहीं दे रहा था। इस शिकायत की पुष्टि करते हुए लोकायुक्त पुलिस की टीम बुधवार को खुरई पहुंची थी।
फरियादी मयंक बैंक प्रबंधक जितेन्द्र श्रीवास से पूर्व में हुई बातचीत के अनुरूप 20 हजार रुपए रिश्वत में देने के लिए बैंक शाखा पहुंचा। वहां बात करने के बाद उसने रुपए दिए और जैसे ही इशारा किया पहले से तैयार लोकायुक्त पुलिस का अमला वहां पहुंच गया। बैंक प्रबंधक इस बीच रिश्वत की राशि चपरासी निखिल यादव को दे चुका था। लोकायुक्त पुलिस टीम ने दोनों को रोककर उनके हाथ धुलाए तो वे गुलाबी हो गए। दोनों पर अपराध दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।