scriptकड़े पहरे के बीच बैरक की छत तक जा पहुंचा बंदी, हड़कंप, प्रहरियों ने उतारा नीचे | Barrack trying to escape jail prisoner Watchman Central jail sagar | Patrika News

कड़े पहरे के बीच बैरक की छत तक जा पहुंचा बंदी, हड़कंप, प्रहरियों ने उतारा नीचे

locationसागरPublished: Sep 03, 2018 09:48:04 am

केंद्रीय जेल प्रशासन डेढ़ दिन तक दबाए बैठा रहा मामला, रविवार को जेल प्रशासन ने उपचार के लिए भेजा बीएमसी

Barrack trying to escape jail prisoner Watchman

Barrack trying to escape jail prisoner Watchman

सागर. केंद्रीय जेल में शनिवार शाम लॉकअप के ठीक पहले एक बंदी गुपचुप तरीके से बैरक की छत पर जा चढ़ा। जब बंदियों और प्रहरियों की नजर बैरक की छत पर चढ़े बंदी पर पड़ी जेल परिसर में हड़कंप मच गया। उसे छत से कूदने या भागने की कोशिश की आशंका से जेल प्रशासन हरकत में आ गया।
आनन-फानन में प्रहरियों ने अन्य बंदियों की मदद से उसे जेल की बैरक से नीचे उतारा और सलाखों के पीछे पहुंचाया। इस दौरान पूरे जेल परिसर में हंगामा मचा रहा। सूचना पर पहुंचे अधिकारी भी बैरक तक पहुंचे और छत पर चढने वाले बंदी से सवाल-जवाब किए। चाक-चौबंद पहरे के दावे के बावजूद युवक के दूसरे वार्ड की छत तक पहुंचने की घटना के बाद अधिकारियों के सख्त निर्देश के चलते रविवार शाम तक युवक के परिजन व अन्य किसी को इस घटना की भनक तक नहीं लग सकी।
जेल सूत्रों के अनुसार सदर क्षेत्र से लूट के मामले में हवालाती वार्ड नंबर 4 में बंद युवक शनिवार शाम को लॉकअप के ठीक पहले किसी तरह प्रहरियों की नजर से बचते-बचाते बैरक की छत पर चढ़ा फिर दीवार फांदकर महिला वार्ड की छत तक जा पहुंचा। इस बीच किसी ने उसे देखकर शोर मचाया तो प्रहरियों में खलबली मच गई। कुछ ही देर में प्रहरियों ने पुराने बंदियों की मदद से घेराबंदी की और महिला वार्ड की छत पर चढ़े बंदी को उतार लिया।

कुछ दिन पहले ही केंद्रीय जेल भेजा गया था
बताया जाता है कि सदर क्षेत्र के उक्त युवक को कुछ दिन पहले लूट के प्रकरण में केंद्रीय जेल भेजा गया था। जेल प्रहरियों द्वारा उसके मानसिक बीमार होने की जानकारी दिए जाने पर रविवार को जेल डॉक्टर द्वारा उसे मेडिकल कॉलेज में परीक्षण के लिए भेजा गया था। जानकारी के अनुसार केंद्रीय जेल में बंदिया द्वारा प्रताडि़त किए जाने से कुछ दिनों से युवक की मानसिक स्थिति कमजोर हो गई है और उसे उसका उपचार चल रहा है। बंदी के बैरक की छत पर चढऩे के संबंध में केंद्रीय जेल अधीक्षक राकेश कुमार भांगरे और उपाधीक्षक मदन कमलेश को कई बार कॉल भी किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो