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आपका लाल स्कूल से क्या सीखा कभी पता किया, नहीं तो देख लीजिए बेसलाइन के आंकड़े… आ जाएगा समझ

locationसागरPublished: Jun 30, 2018 11:57:35 am

Submitted by:

sunil lakhera

बेसलाइन टेस्ट में खुली पोल

आपका लाल स्कूल से क्या सीखा कभी पता किया, नहीं तो देख लीजिए बेसलाइन के आंकड़े... आ जाएगा समझ

आपका लाल स्कूल से क्या सीखा कभी पता किया, नहीं तो देख लीजिए बेसलाइन के आंकड़े… आ जाएगा समझ

सागर. शिक्षा विभाग के तहत सरकारी मिडिल एवं प्राइमरी स्कूलों के लगभग ४० हजार छात्रों की दक्षता के परीक्षण के लिए बेसलाइन टेस्ट लिया जा रहा है। टेस्ट में उनकी गणित और हिंदी की क्षमताओं को देखा जा रहा। राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा कक्षा तीसरी से आठवीं तक के बच्चों की योग्यता परखने के लिए शुरू किए गए बेसलाइन टेस्ट के मॉड्यूल से अंग्रेजी का चैप्टर ही हटा दिया है। इस बार सिर्फ हिंदी, गणित विषय पर फोकस करके टेस्ट लिया जा रहा है। इसके पहले अंग्रेजी, हिंदी और गणित तीनों विषयों में टेस्ट लिया जाता था।


ये किया जा रहा
टेस्ट में छात्रों के लिए हिंदी विषय में पढऩा, पढ़कर-समझना तथा लिखना और गणित विषय में अंक पहचान, संख्या पहचान, गुणा, भाग और मापन, ज्यामिति आकृतियों के बिंदुओं पर वर्तमान दक्षता का परीक्षण किया जा रहा है।


कहानी से हैं दूर
25 जून से आयोजित इस टेस्ट में स्कूलों में स्थिति चौंकाने वाली मिल रही है। 50 प्रतिशत बच्चे भी हिंदी की पुस्तक नहीं पढ़ पा रहे हैं। टेस्ट में अक्षर, शब्द, वाक्य और कहानी स्तर को देखा जा रहा है। जिले की 2300 स्कूलों के कक्षा 3 से 8वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं शामिल हुए हैं। यह टेस्ट स्कूलों में सोमवार से शुरू हुआ था और शनिवार को अंतिम दिन है। डीपीसी एचपी कुर्मी ने बताया कि प्राथमिक शाला कुड़ारी, माध्यमिक कन्या शाला बंडा और प्राथमिक शाला बंडा का निरीक्षण किया है, यहां 100 प्रतिशत बच्चे कहानी के स्तर पर नहीं मिले। वे पुस्तक नहीं पढ़ पा रहे हैं। कई बच्चे तो अक्षर स्तर पर हैं।


दो माह का समय
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, शाला प्रबंधन समिति एवं पालक भी इस टेस्ट के संचालन एवं मॉनिटरिंग में सहभागिता कर रहे हैं। जिन विद्यार्थियों का स्तर निम्न है उसे सुधारने के लिए शिक्षकों को दो माह का समय दिया जाएगा। 30 जून को टेस्ट खत्म होने के बाद शिक्षक विद्यार्थियों का स्तर सुधारेंगे।

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