इंडस्ट्री में लगे लोगों का कहना है कि टीवी सीरियल और मूवी को देखकर भी महिलाओं में इस ज्वेलरी को पहनने का क्रेज बड़ा है। महिलाएं स्क्रीन पर दिखने वाली ज्वेलरी की फोटो लेकर दुकानों पर पहुंच रही हैं और ऐसी ज्वेलरी की मांग कर रही हैं। इसमें राजवाड़ी, विकटोरियन और ट्रेडिशनल ज्वेलरी की मांग बढ़ी है।
बढ़ रहा है कारोबार
इमिटेशन ज्वेलरी का कारोबार सागर में बढ़ा है। यहां व्यापारी इसकी मैनीफैक्चिरिंग भी कर रहे हैं। यहां राजधानी भोपाल तक ये ज्वेलरी बिकने जा रही हैं। वहीं सागर में कई व्यापारी इसकी खरीबी मुंबई,राजकोट और जयपुर से करते हैं। लगभग १० थोक विक्रेता शहर में हैं, इसके अलावा दर्जनों में मनहारी काउंटर यह ज्वेलरी बिकने लगी हैं। व्यापारी अमित जैन ने बताया कि महिलाएं भी घर बैठ इस ज्वेलरी की सेल कर रही हैं। जो यहां से थोक में खरीदकर इसे बेंचती हैं। शहर में लगभग १ करोड़ रुपए प्रति माह का कारोबार इमिटेशन ज्वेलरी का हैं। लाखों रुपए की इमिटेशन ज्वैलरी रोज बिक रही है, जिनमें 5 रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक के हैं आइटम शामिल हैं। इनमें कुंदन, पोलकी, पर्ल आदि के अलावा स्टील, एलुमिनियम और लोहे जैसी धातुओं का प्रयोग होता है।
घरों में हो रही डिजाइन
इमिटेशन ज्वैलरी में लागत काफी कम होती है। इसका बेस मैटल की चेन होती है, जिस पर विभिन्न तरह की डिजाइन की जाती हैं। इसमें औजार भी सामान्य तरह के होते हैं, जो आसानी से उपलब्ध होते हैं। सागर में अनेक घरों में महिलाएं ये ज्वैलरी बनाकर सप्लाई करती हैं। कारोबारियों के अनुसार इमिटेशन ज्वैलरी के कारोबार में हर साल 30 फीसदी की वृद्धि हो रही है। सोना-चांदी की ज्वैलरी महंगी हो रही है, ऐसे में महिलाओं को इमिटेशन की चूडिय़ां, ईयर रिंग्स, नेकलैस,चेन पसंद आ रही हैं।