वर्णी भवन मोराजी में धर्मसभा सागर. व्यक्ति सुबह उठता है तब अधूरा रहता है। दिन भर में कुछ ऐसा करना चाहिए कि शाम होने के पहले अनुभव में आ जाए कि मैं पूर्ण हो गया हूं। मैंने जो सोचा था वह सब कुछ मैंने कर लिया और उसका अंत समय विश्राम दिशा में होना चाहिए। […]
सागर•Jan 03, 2025 / 06:47 pm•
नितिन सदाफल
मुनि सुधा सागर
Hindi News / Sagar / जिंदगी की हर शाम होने के पहले हमें धन्यवाद कहना है : मुनि सुधा सागर