सागरPublished: Jul 05, 2020 08:33:13 pm
anuj hazari
यहां कोरोना के चलते बिना रिजर्वेशन के यात्रा करने की नहीं अनुमति
Beggars coming into the city by boarding unauthorized moving train
बीना. रेलवे भले ही ट्रेनों में कोरोना के चलते सुरक्षा की दृष्टि से यात्रा करने को लेकर दम भर रहा हो, लेकिन हकीकत कुछ ही है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ट्रेनों में कई लोग अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे हंै और इसकी जानकारी रेलवे को नहीं है। गुना की ओर से आने वाली साबरमति एक्सप्रेस में एक भिखारी चलती ट्रेन से झांसी गेट पर उतर गया जो पिछली किसी स्टेशन से यात्रा करते हुए बीना पहुंचा। आउटर लाइन पर आरपीएफ की मुस्तैदी नहीं होने के कारण अन्य लोग भी आउटर पर ट्रेन धीमे होते ही उतर जाते हैं और दूसरे स्टेशन की यात्रा करने के लिए चलती ट्रेन में ही चढ़ जाते हंै। ऐसा करने वालों पर रेलवे की नजर नहीं है वहीं स्टेशन पर यात्री की तमाम जानकारी जुटाकर मेडीकल जांच की औपचारिकताएं की जाती है। यह लोग किसके संपर्क में आए हैं और कहीं कोरोना से संक्रमित तो नहीं है इसकी जानकारी नहीं होती है। यह लोग ट्रेन में अन्य लोगों को भी बीमार कर सकते है।
ट्रेन में आरपीएफ व जीआरपी भी नहीं करती पूछताछ
ऐसे संदिग्ध रूप से यात्रा करने वाले लोगों से सामान्य दिनों में पूछताछ भले ही न हो, लेकिन कोरोना काल में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि कौन यात्री बिना टिकट के यात्रा कर रहा है और मेडिकल जांच हुई की नहीं। ऐसे लोगों को इस समय आसानी से पकड़ा जा सकता है लेकिन न तो आरपीएफ, जीआरपी न ही टीसी स्टाफ इनसे जानकारी लेता है।
भिखारी ने कहा मेरा रोज यही काम
झांसी गेट पर भिखारी के उतरने के बाद जब वहां मौजूद लोगों ने उससे कहा कि चलती ट्रेन से उतरते डर नहीं लगता और बीना किस लिए आए हो तो भिखारी ने अभद्रता करते हुए कहा कि मेरा रोज यही काम है चलती ट्रेन से ही यात्रा करके जाता हूं और शहर में भी भीख मांगने के लिए आया हूं। अब जरूरी है कि शहर के लोग भी इन लोगों से सावधान रहे नहीं तो यह कोरोना से संक्रमित भी हो सकते है जो अन्य लोगों को भी बीमार कर सकते है।