सकल दिगंबर जैन समाज सागर ने आचार्य के मंगल प्रवेश के लिए अगवानी हो इसकी तैयारियां की थी। भाग्योदय पहुंचकर आचार्य संघ ने सबसे पहले श्री चंदप्रभु जिनालय में दर्शन किए बाद में संत भवन में रात्रि विश्राम के लिए रुक गए।
आचार्य संघ की अगवानी में सागर पुलिस ने पर्याप्त व्यवस्था की थी। सीएसपी भारद्वाज और ट्रैफिक डीएसपी संजय खरे के अलावा लगभग आधा सैकड़ा से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से महेश बिलहरा देवेंद्र जेना, मुकेश जैन ढाना, सुरेंद्र जैन मालथौन, नवीन श्रीजी,प्रकाश पारस, राजा भैया जैन,आनंद स्टील,राजेश जैन रोडलाइंस, राकेश जैन पिडरुआ, सट्टू जैन कर्रापुर, गोलू जैन खमकुआ, विकास टोनी केसली, पप्पू जैन पड़ा, प्रदीप जैन, कैलाश सिंघई,प्रकाश बहेरिया, वीरू मालथौन, राजू प्रेम चन्दउपकार प्रशांत जैन, अनूप जैन ताले वाले, अमित जैन, विनीत ताले, अशोक वर्धमान, राजकुमार मिनी साथ चल रहे थे।
1 माह से चल रहा है आचार्यसंघ का विहार
मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया आचार्य विद्यासागर महाराज का चातुर्मास अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल खजुराहो में हुआ था उसके उपरांत आचार्य संघ का बिहार 10 नवंबर को ललितपुर की ओर हुआ। ललितपुर में पंचकल्याणक के बाद आचार्य संघ बिहारकर मुंगावली पहुंचे थे। मुंगावली से कंजिया,भानगढ़ खिमलासा होते हुए आचार्य श्री जी 19 दिसंबर को खुरई पहुंचे थे। खुरई में लगभग 1 माह तक आचार्य संघ विराजमान रहा। इस दौरान खुरई में सहस्त्र कूट जिनालय का भूमि पूजन आचार्य संघ के सानिध्य में संपन्न हुआ था यह पूरा सहस्त्र कूट जिनालय देवचंद विजय जैन संजय जैन बट्टी सेठ के परिवार के द्वारा बनाने की घोषणा की गई है।
१9 को हुआ था सागर की ओर विहार
19 जनवरी को आचार्य संघ का बिहार सागर की ओर हुआ जरुआखेड़ा के बाद मुनि श्री सुधासागर महाराज की जन्मस्थली अतिशय क्षेत्र इशुरवारा पहुंचे। जहां पर पहली बार भगवान शांतिनाथ का आचार्य संघ के सानिध्य में महामस्तकाभिषेक का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद गुरुदेव नरयावली पहुंचे थे। नरयावली के बाद आचार्य संघ बिहार कर सागर पहुंचा है।