मकरोनिया थाने में जमावड़ा
पुलिस को चकमा दे छत पर पहुंचे, भजन-कीर्तन भी किए
शहर व मकरोनिया से गिरफ्तार किए गए कांग्रेसियों का जमावड़ा मकरोनिया थाने में हुआ। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी कांग्रेस के पदाधिकारियों से चर्चा करते रहे और कुछ कार्यकर्ताओं ने थाने की छत पर पहुंचकर पार्टी का झंडा फहरा दिया और राष्ट्रगान किया। यह देख थाने के बाहर खड़े थाना प्रभारी तुरंत हरकत में आए और छत पर पहुंच झंडा उतरा और कार्यकर्ताओं को नीचे ले आए। मकरोनिया थाने में बंद कार्यकर्ताओं ने थाने में ही भजन मंडली बुलाकर भजन-कीर्तन शुरू कर दिए। कुछ पदाधिकारी नाचते भी नजर आए। थाने के एक हाल में बैठक कर 11 सितंबर को नगर निगम के घेराव और 17 सितंबर को भोपाल में राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर रणनीति बनाई।
कटरा बाजार
बंद का असर कटरा
बाजार, गुजराती बाजार, बड़ा बाजार व सराफा में देखने मिला। जिला शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी सुबह 9 बजे कांग्रेस कार्यालय में एकत्रित हुए और जुलूस के रूप में तीन बत्ती, कोतवाली, बड़ा बाजार आदि क्षेत्रों के व्यापारियों से बंद का समर्थन मांगा। बड़ा बाजार से लौटने के बाद जिला ग्रामीण अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत यहां पहुंचे और दोबारा एकत्रित होकर गौर मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद जैसे ही कटरा बाजार की ओर जाने लगे तो पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर मकरोनिया थाने भेज दिया।
आमने-सामने
कांग्रेस का दावा 600 का, पुलिस ने कहा-200 गिरफ्तार
कांग्रेस ने करीब 600 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी देने का दावा किया है। वहीं पुलिस के अनुसार गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की संख्या 200 बताई गई। जिन्हें गिरफ्तार करके मकरोनिया थाने में बैठाया गया। गिरफ्तारी देने वालों मे घनश्याम बरोठ, पुरुषोत्तम चौबे, चक्रेश सिंघई, अजय परमार, नरेश जैन, त्रिलोकीनाथ कटारे, जगदीश यादव, प्रभुदयाल बिलथरिया, संदीप सबलोक, आशीष ज्योतिषी, देवेन्द्र फुसकेले, कमलेश बघेल, अमित दुबे, नेवी जैन, मुकुल पुरोहित, रामकुमार पचौरी, प्रमिला राजपूत, भावना रोहण, सीमा चौधरी, जितेंद्र रोहण, सिंटू कटारे, जितेंद्र चावला, विजय साहू सहित अन्य हैं। विनीत तालेवाले, शरद गोस्वामी, मधु सिलाकारी, मोंटू यादव, बब्बु यादव, गोवर्धन रैकवार, आरआर पाराशर, अंकित जैन, जितेंद्र खटीक, सिद्धकी राईन, राजेश दुबे, अरविंद सिंह, अनिल श्रीवास्तव, अंकु चौरसिया, राजेंद्र घोषी, सत्यम जैन, असरफ खान, अक्षय दुबे, आनंद तौमर, देवेन्द्र तौमर, शैलेन्द्र तौमर, अवधेश तौमर, रिंकु केशरवानी आदि।
मकरोनिया: भाग रहे नेताओं को किया अंदर
मकरोनिया क्षेत्र में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी, वीरेंद्र गौर, सुरेंद्र सुहाने, शारदाबाई खटीक, के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बाजारों में पैदल मार्च किया और लोगों से बंद का समर्थन मांगा, लेकिन यहां तैनात पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर मकरोनिया थाने भेज दिया। अन्य नेताओं की भी हेकड़ी उतारी।
भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा कांग्रेसजनों को गिरफ्तार करना लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है।
सुधांशु त्रिपाठी, प्रदेश प्रभारी
धारा 144 का दुरुपयोग कांग्रेस के कार्यक्रमों पर ही क्यों किया जाता है?
गोविंद सिंह राजपूत, राष्ट्रीय सचिव
कांग्रेसियों पर कार्रवाई करना दर्शाता है कि सरकार ने पुलिस के डंडे की दम पर दबाने का प्रयास किया गया है।
-सुरेंद्र चौधरी, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष-
पुलिस व प्रशासन ने कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती गिरफ्तार किया। यह पक्षपातपूर्ण तथा लोकतंत्र के विरुद्ध दमनकारी कदम है।
-रेखा चौधरी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष
वर्ष 2004 से 2014 तक रही कांग्रेस की यूपीए सरकार में पेट्रोलियम पदार्थों में वृद्धि हुई। 2014 से आज तक कांग्रेस सरकार की तुलना में पेट्रोलयम मूल्य पदार्थों में वृद्धि नहीं हुई। कांग्रेस चुनाव को देखते हुए घडिय़ाली आंसू बहा रही है।
प्रभुदयाल पटैल, जिलाध्यक्ष भाजपा