भारत बंद : यहां स्कूल से लेकर गुमटियों तक पर ताला, सरकार को चेताने पूजन-पाठ
Bharat Bandh : यहां स्कूल से लेकर गुमटियों तक पर ताला, सरकार को चेताने पूजन-पाठ
सागर. एससी एसटी एक्ट, आरक्षण हटाकर समानता का अधिकार देने की मांग को लेकर सवर्णों द्वारा बुलाया गया भारत बंद का असर बुंदेलखंड में शत प्रतिशत देखने मिल रहा है। सागर सहित पूरे अंचल में सुबह से ही व्यापारी दुकान खोलने नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं पेट्रोल पंप, मेडिकल, कार्यालय, अधिकांश स्कूल और गुमटियों तक को गुरुवार को बंद देखा गया। खास बात यह है कि अब तक पूरी तक शांति क्षेत्र में है। न ही भीड़ एकत्रित हो रही है और न ही उपद्रव की स्थिति कहीं भी बनी हुई है। बावजूद इसके भरपूर समर्थन इस बंद को व्यापारियों द्वारा दिया जा रहा है। सवर्णों द्वारा मंदिरों में भी भगवान से सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए पूजन-पाठ किया जा रहा है।
Bandh : यहां स्कूल से लेकर गुमटियों तक पर ताला, सरकार को चेताने पूजन-पाठ” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/09/06/bandh_3368314-m.jpg”>भारत बंद के तहत सागर और मकरोनिया का पूरा मार्केट बंद है। हर शटर लटका हुआ है। शहर में कहीं भी घूम लो बंद ही नजर आ रहा है। बंद को इतना समर्थन तब है जबकि कोई जबरदस्ती नहीं है। कोई बंद कराने पहुंच नहीं रहा है। उपद्रव और भीड़ एकत्रीकरण जैसे हालात शहर में कहीं भी नहीं है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। सागर शहर में बंद की कवरेज में लगी पत्रिका टीम को शहर के साथ-साथ मोहल्लों की दुकानें भी बंद नजर आई। बंद का समर्थन वाले कुछ व्यापारियों से चर्चा भी रिपोर्टर द्वारा की गई। जिसमें लोग एक ही स्वर में संविधान में बदलाव की मांग करते हुए नजर आए। साथ ही कहते नजर आए कि यह तो महज कुछ घंटों का बंद है। जरूरत पड़ती है तो महीनों के लिए भी वह व्यापार बंद करने तैयार है। आखिर यह हमारे भविष्य का सवाल है। लोगों का कहना है कि सरकार को एक टैक्स करने में एक भारत, एक टैक्स नजर आता है। समग्रता के लिए अलग-अलग मिशन चलाए जा रहे हैं, लेकिन क्या भारत की आवाम को समानता का अधिकार नहीं है।
सागर के अलावा दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, बीना में भी बंद का व्यापक असर देखने मिल रहा है। पूरे के पूरे शहर बंद है। गांव में भी बंद का खासा असर है। समूचा बुंदेलखंड बंद का समर्थन कर रहा है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर भी लोग बिना कोई भीड़, उपद्रव के बंद को मिल रहे समर्थन की तस्वीरें सरकार को दिखा रहे है और आखिरी मौका देने की बात करते नजर आ रहा है। दमोह में पेट्रोल पंप भी बंद है। मेडिकल भी बंद है। यहां तो चाय-पान के लिए भी लोग तरस रहे है। पूरा शहर बंद है। छतरपुर में बारिश के बीच बंद का सन्नाटा छाया हुआ है। टीकमगढ़ में सवर्णों के बंद को भरपूर समर्थन मिल रहा है। बीना में भी लोग चाय-पान की दुकानों को ढूंढते नजर आए। हर वर्ग द्वारा किए गए बंद के समर्थन पर सपाक्स ने आभार व्यक्त किया है। यह बंद दोपहर ४ बजे तक का है।