भावांतर योजना के तहत शामिल फसलों में से मंडी में केवल सोयाबीन की ही आवक हुई है। कृषि उपज मंडी सागर में योजना के तहत 19 जनवरी तक 2.58 लाख क्विंटल सोयाबीन की खरीदी की गई है। इसके अलावा जिले की शेष 12 मंडी और 7 उपमंडियों में भी लाखों क्विंटल की खरीदी होना बताया जा रहा है। शासन ने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 3300 रुपए रखा है और भावांतर योजना के तहत किसानों को प्रति क्विंटल 500 रुपए का भुगतान सरकार की ओर से किया जाना है।
भाजपा सरकार के अनुसार ही प्रदेश में प्रति हेक्टेयर उपज निर्धारित की गई थी। प्रदेश में उड़द, मूंग और अरहर का रकबा और उपज ज्यादा है इसलिए इनकी पैदावार 6-7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर मानी गई, तो सोयाबीन 16 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन मान्य हुआ। वहीं कम रकबा वाली मक्का का उत्पान 39 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तो मूंगफली की उत्पादन 20 क्विंटल माना गया।
भावांतर योजना के तहत उपज की खरीदी 19 जनवरी तक होनी थी। इसमें 2.58 लाख क्विंटल सोयाबीन की खरीदी हुई है। किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से अंतर की राशि दी जाएगी।
एके ताम्रकार, सचिव, कृषि उपज मंडी, सागर