ईट की जगह रेत का उपयोग कर चैंबर की बढ़ा रहे ऊंचाई
बीएमसी में ड्रेनेज सिस्टम के मैनटेनेंस में ठेकेदार करा रहा घटिया काम

सागर. बीएमसी में ड्रेनेज सिस्टम के मैनटेनेंस को लेकर इन दिनों चैंबर दुरुस्त करने का काम कराया जा रहा है। लेकिन इस कार्य में ठेकेदार गुणवत्ता को नजरअंदाज कर घटिया काम कराने में जुटे हुए हैं। बता दें कि बीएमसी प्रबंधन इस काम पर 13 लाख रुपए खर्च कर रहा है। बीएमसी परिसर में बने सभी चैंबरों को चौंड़ाकर ऊंचाई बढ़ाई जाना हैं। लेकिन ठेकेदार इस काम में मुनाफा तलाशते नजर आ रहे हैं। पत्रिका ने जब इस निर्माण कार्य की पडताल की तो पाया कि जहां चैंबर बनाए गए हैं। वहां काली रेत का उपयोग किया गया है। इतना ही नहीं चैंबर की चौंड़ाई भी नहीं बढ़ाई जा रही। ईंट की जगह काली रेत में हल्की सीमेंट मिलाकर ऊंचाई बढ़ाई जा रही है। एेसे ही तैयार किए गए कई चैंबर बनने के बाद क्षतिग्रस्त भी हो चुके हैं।
-पुराने ढक्कनों पर कर रहे पुताई
अस्पताल, सभी हॉस्टल और सरकारी क्वार्टर सहित डीन कार्यालय मिलाकर करीब ७०० चैंबर हैं। ड्रेनेज फैल होने से दूषित पानी प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस वजह से प्लांट भी अनुपयोगी साबित हो रहा है। लंबे समय बाद प्रबंधन ने इस परेशानी को दूर करने के लिए मैनटेनेंस का काम शुरू कराया है, लेकिन यहां पर ठेकेदार सिर्फ दिखावे का काम कराने में जुटे हुए हैं। चैंबर के ढक्कनों को बदलने की जगह उनका रंगरोगन कर खानापूर्ति करने में लगे हैं।
ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त होने पर ही हैंडओवर लिया जाएगा। यदि काम में गड़बड़ी की जा रही है तो मैं दिखवाता हूं।
डॉ. जीएस पटेल, डीन
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