सागरPublished: Jul 23, 2018 11:18:51 am
sunil lakhera
सफाई का जिम्मा संभालने वाली कंपनी हाइट्स नहीं सुधार रही कार्यप्रणाली
BMC Above Bee Hive Dirt in the Restroom
सागर. टीम आ रही है यह बात आपको पता थी, फिर भी गंदगी जगह-जगह दिखाई दे रही है। यदि औचक निरीक्षण करने आते तो पता नहीं क्या हाल दिखाई देते। यह तो हद है लापरवाही की। इसके लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे नहीं बख्शा जाएगा।
यह तल्ख तेवर बीएमसी के बॉयज हॉस्टल का निरीक्षण करने पहुंची एडीएम तनवी हुड्डा के थे। उन्होंने मौके पर मौजूद कंपनी के मैनेजर को जमकर फटकारा। इतना ही नहीं उन्होंने डीन डॉ. जीएस पटेल को जुर्माना लगाने के निर्देश दिए।
बीएमसी में हाइट्स कंपनी द्वारा लिया गया सफाई व्यवस्था का जिम्मा किसी को भी रास नहीं आ रहा है। इससे जहां मरीज परेशान हैं, वहीं, प्रबंधन भी इन्हें निर्देश देते-देते थक चुका है। यही वजह है कि कमिश्नर मनोहर दुबे ने वास्तविक सच्चाई जानने टीम गठित की है। इस टीम ने रविवार को बीएमसी पहुंचकर अपने स्तर पर सफाई व्यवस्था की हकीकत जानी। टीम का नेतृत्व कर रहीं एडीएम तनवी हुड्डा ने इस पर कंपनी के मैनेजर सहित सुपरवाइजरों को जमकर लताड़ लगाई।
छात्रों पर भी लटकी कार्रवाई की तलवार
उधर, हॉस्टल में गंदगी फैलाने वाले विद्यार्थियों पर भी बड़ी कार्रवाई होने वाली है। वार्डन से प्रबंधन ने गंदगी करने वाले विद्यार्थियों की भी सूची मांगी है। जिन्हें हॉस्टल से बाहर करने की भी कार्रवाई हो सकती है। करीब दो घंटे तक टीम ने अस्पताल, हॉस्टल और कैंटीन का जायजा लिया और इसकी रिपोर्ट तैयार की, जिसे सोमवार को कमिश्नर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। दल में राजस्व उपायुक्त प्रभा श्रीवास्तव और विकास उपायुक्त राजेश राय मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान बॉयज हॉस्टल में जांच दल को ज्यादा गंदगी मिली। टॉयलेट और परिसर में जगह-जगह कचरा पड़ा था। इस पर एडीएम ने छात्रों पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। वहीं, डीन डॉ. जीएस पटेल ने कंपनी के मैनेजर को जमकर फटकार लगाई।
सवा करोड़ रुपए मिले, फिर भी मेंटेंनेंस नहीं
दल को हॉस्टल से लेकर अस्पताल के अंदर जगह-जगह अव्यवस्थाएं मिली। कहीं ट्यूबलाइट बंद थी तो कहीं स्विच खराब मिले। पूछे जाने पर पता चला कि मेंटेनेंस एजेंसी पीडब्ल्यूडी को डेढ़ महीने पहले १ करोड़ ३३ लाख रुपए दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हुआ है। १५ दिन से परिसर की स्ट्रीट लाइटें भी बंद हैं।
छात्राएं बोलीं… हफ्ते में एक दिन होती है सफाई
गल्र्स हॉस्टल में टॉयलेट गंदे पड़े थे। द्वितीय तल में सफाई नहीं मिली। इस पर एडीएम हुड्डा ने मौके पर महिला सुपराइजर को बुलाया और इसकी वजह जानी। लेकिन यहां सुपरवाइजर ने एक दिन में तीन बार सफाई होने की बात बताई। हालांकि उसी दौरान दो छात्राएं मौके पर पहुंचीं, जिन्होंने सुपरवाइजर की बात को झुठलाते हुए बताया कि हफ्ते में मात्र एक दिन सफाई हो रही है। इस पर उपायुक्त ने सुपरवाइजर को जमकर फटकारा और डीन से कार्रवाई के निर्देश दिए।