सागरPublished: Jul 21, 2018 11:37:21 am
sunil lakhera
एक फीसदी लोगों तक ही पहुंच पाया सर्वे दल, 5 ब्लॉक रहे मलेरिया मुक्त
BMC Investigating people malaria positive
सागर. मलेरिया की रोकथाम के लिए जून में चलाया गया मलेरिया माह औपचारिक रहा। यह खुलासा विभाग की रिपोर्ट से हुआ है। जिले की आबादी करीब 26 लाख, लेकिन विभाग महज 1 फीसदी लोगों तक ही पहुंच पाया है। विभाग की रिपोर्ट में 8 ब्लॉक एेसे हैं, जो मलेरिया मुक्त थे। यानी यहां पर एक भी मरीज मलेरिया पॉजीटिव नहीं निकला है।
बीएमसी और जिला अस्पताल में जांच के दौरान कई लोगों को मलेरिया पॉजीटिव निकल रहा है। वहीं, प्रायवेट संस्थानों में पहुंचने वाले मरीजों में भी मलेरिया की पुष्टि की जा रही है। पिछले महीने मनाए गए मलेरिया माह की रिपोर्ट में केसली, जैसीनगर, शाहपुर, राहतगढ़ और खुरई ब्लॉक को मलेरिया मुक्त बताया गया है। इन ब्लॉकों में 7 सौ से लेकर २ हजार लोगों तक की खून की जांच स्लाइड और किट के जरिए की गई थी, लेकिन इनमें से एक भी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजीटिव नहीं आई है। वहीं, पिछले साल पिछले साल केसली में 4, जैसीनगर में 2, शाहपुर, राहतगढ़ में 7 खुरई में 3 जांच के दौरान मलेरिया पॉजीटिव मरीज मिले थे।
जिम्मेदारों का बहाना
जुलाई माह में डेंगू की बीमारी की रोकथाम की जाती है। 20 जुलाई हो चुकी है, लेकिन अभी तक चिंहित 19 क्षेत्रों में सर्वे का काम शुरू नहीं हो पाया है। इस पर जिम्मेदार अपनी गलती छिपाने के लिए दस्तक अभियान और आयुष्मान भारत अभियान में व्यस्त होने का बहाना बना रहे हैं। डेंगू के मामले भोपाल, जबलपुर में सामने आ चुके हैं।
&मलेरिया का प्रकोप जून और जुलाई में ज्यादा होता है। जिले में इसकी रोकथाम के लिए सर्वे कराया गया था। इस साल १६ केस पॉजीटिव निकले हैं। दल के सर्वे के दौरान जितने लोग मिले थे, उसी आधार पर स्लाइड और किट के जरिए जांच कराई गई है।
-साजिया तबस्सुम, जिला मलेरिया अधिकारी
23660 लोगों की जून में स्लाइड और किट से मलेरिया की जांच की गई थी।
16 मरीजों में मलेरिया पॉजीटिव पाया गया है।
02 मरीज में इससे गंभीर मलेरिया के लक्षण मिले हैं।
42 संख्या थी इनकी पिछले साल।
26323 लोगों की स्लाइड तब बनाई गई थी।