scriptकैसे दूर होगा मर्ज, ओपीडी में डेढ़ घंटे बाद आ रहे डॉक्टर | Patrika News

कैसे दूर होगा मर्ज, ओपीडी में डेढ़ घंटे बाद आ रहे डॉक्टर

locationसागरPublished: May 12, 2018 10:49:18 am

कमिश्नर और कलेक्टर के आदेश किए किनारे

BMC OPD Doctor waiting for one and a half hours Increased merge

BMC OPD Doctor waiting for one and a half hours Increased merge

सागर. डॉक्टर, भगवान का रूप कहे जाते हैं। जीवनदाता भी कहलाते हैं। मर्ज छोटा हो या बड़ा, हम डॉक्टर के पास दौड़े चले जाते हैं। शुक्रवार को भी ऐसे ही लोग जिला अस्पताल व बीएमसी आए थे। लेकिन ये क्या? सुबह ८ बजे दोनों जगह अधिकतर विभागों में ताले लटके थे। ओपीडी में डॉक्टर नहीं थे और बीमार, असहाय उनका इंतजार कर रहे थे। डेढ़ घंटे बाद सुबह ९.३० बजे राहत की सांस ली, जब कुछ डॉक्टर ओपीडी व विभागों में पहुंचे। दोनों स्वास्थ्य संस्थाओं का यह हाल तब है, जब कमिश्नर, कलेक्टर से लेकर तमाम जनप्रतिनिधि आए दिन यहां दौरा कर रहे हैं। मर्जर, डी-मर्जर के नाम पर प्रयोगशाला बनी इन दोनों स्वास्थ्य संस्थाओं में हालात अब भी बद् से बद्तर हैं। पत्रिका टीम ने शुक्रवार को जायजा लिया तो यह हकीकत फिर से उजागर हुई। जिला अस्पताल में संचालित शिशु रोग व महिला चिकित्सा विभाग में सुबह ८.३० बजे नर्सों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। ओपीडी में लटके ताले खोले गए। एक घंटे बाद शिशु इंटर्नशिप करने वाले दो जूनियर डॉक्टर्स पहुंचे। उन्होंने वहां कुछ बच्चों को देखा, लेकिन सीनियर के नाम पर कोई भी डॉक्टर नहीं आया। शुक्रवार की ड्यूटी डॉक्टर मधु जैन की थी। उन्हें सुबह ८ बजे ओपीडी पहुंचना था, लेकिन सुबह १०.१५ बजे तक नहीं पहुंची। मरीजों के इलाज की कमान जिम्मेदारों ने उन हाथों में सौंप रखी है जो स्वयं अभी प्रशिक्षण ले रहे हैं।
केस १
मकरोनिया क्षेत्र के रजाखेड़ी से आई रानी ने बताया कि वह सुबह ८ बजे जिला अस्पताल आई थी। सवा घंटे से इंतजार कर रही हूं, लेकिन अब तक कोई डॉक्टर्स नहीं आया है। अब तो सब्र का बांध भी टूट रहा है।
केस २
खुरई रोड स्थित मंडी के समीप रहने वाले अर्जुन रोहित भी डेढ़ घंटे से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि छोटे भाई की पत्नी के यहां डिलेवरी होनी है, लेकिन अभी तक डॉक्टर नहीं आए।
केस ३
राहतगढ़ के समीप उमरिया सेमरा से आए गोविंद कुर्मी ने बताया कि वह दो दिन से परेशान हो रहे हैं। उन्हें अपनी पत्नी का इलाज कराना है, लेकिन दो घंटे से डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहे हैं।
सुबह ९.३० बजे पहुंची महिला डॉक्टर
महिलाओं के इलाज की व्यवस्थाएं सुधारने के नाम पर ही पूर्व संभागायुक्त डॉ. मनोहर अगनानी ने बीएमसी और जिला अस्पताल का मर्जर किया था। इसके बाद तो जिला अस्पताल में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ की मौज हो गई। इसकी पुष्टि शुक्रवार के हालात बयां कर रहे थे। परिसर में दूर-दराज से इलाज कराने के लिए आई महिलाएं घंटों डॉक्टर्स के आने का इंतजार करती रहीं। यहां शुक्रवार की ड्यूटी डॉक्टर ललिता पाटिल की थी, जो सुबह ९.१५ बजे के करीब ओपीडी पहुंची। अस्पताल की मुख्य ओपीडी का संचालन इंटर्नशिप कर रहीं दो जूनियर डॉक्टर्स के भरोसे ही था।
मंत्री की बेटी के साथ पहुंचे डॉक्टर
बीएमसी में पदस्थ एक डॉक्टर किसी वीआइपी व्यक्ति की लड़की को लेकर सुबह ८.५४ स्त्री रोग विभाग पहुंचे। उन्होंने डॉ. ललिता पाटिल के चेंबर में झांककर देखा, तो वह सीट पर नहीं थे। वह बाहर निकल आए। जानकारी लेने पर पता चला कि यह डॉ. अखिलेश रत्नाकर थे जो मर्जर के दौरान बीएमसी में पदस्थ हैं और उनके साथ जो लड़की आई थी वह एक मंत्री की बेटी है।
बीएमसी
ग्राउंड फ्लोर पर नेत्र रोग विभाग और ईएनटी में मरीज आधे घंटे से ओपीडी खुलने का इंतजार कर रहे थे। सुबह ९.१० बजे ईएनटी के एक कमरे में ओपीडी शुरू थी। नेत्र रोग विभाग में ९.०६ बजे दो कक्ष में परीक्षण शुरू हुआ। डॉ. प्रवीण खरे सुबह ८.४३ बजे बीमएसी आए, जबकि विभाग में सुबह ८.४९ में प्रवेश किया। मानसिक रोग विभाग सुबह ९.३० बजे तक बंद था। दंत चिकित्सा विभाग की प्रमुख डॉ. श्वेता भटनागर ९.२१ बजे बीएमसी आईं। हड्डी रोग, मेडिसिन विभाग की ओपीडी में डॉक्टर्स मरीजों का परीक्षण करते नजर आए। इन विभागों में अन्य विभागों की अपेक्षा मरीजों की संख्या भी अधिक थी।
सुबह ८.३० बजे: सर्जरी विभाग की ओपीडी में कुछ मरीज थे जो अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। एक कक्ष में एक डॉक्टर ओपीडी चला रहे थे। प्रमुख डॉक्टर डॉ.नागेन्द्र सिंह ८.३५ और सुनील सक्सेना ८.४५ बजे तक ओपीडी में नहीं पहुंचे।
सुबह ९.१९ बजे: श्वांस और टीबी-चेस्ट विभाग में कोई भी डॉक्टर नहीं पहुंचा। कुछ लोग ओपीडी के बाहर खड़े होकर डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। पौन घंटे तक मरीजों को देखने कोई नहीं पहुंचा।
&डॉक्टरों को समय पर आने के सख्त निर्देश हैं। थम्ब इंप्रेशन मशीन भी लगी है। यदि शुक्रवार को भी कोई देरी से आया है तो डीन को अवगत कराते हुए कार्रवाई करेंगे।
आरएस वर्मा, अधीक्षक, बीएमसी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो