27 वार्डों में टॉयलेट की स्थिति खराब
बीएमसी में अधिकतर टॉयलेट चोक हैं। इसका कारण एक टॉयलेट का दूसरे टॉयलेट से कनेक्शन होना है। एेसे में एक टॉयलेट के चोक होने पर दूसरा अपने आप बंद हो जाता है। इससे दीवारों को नुकसान हो रहा है और भवन जर्जर होने लगा है। वहीं कई स्थानों पर बदबू भी आती है। बॉयज और गल्र्स हॉस्टल में चोक टॉयलेट की मरम्मत का काम शुरू हो चुका है, जहां कई टॉयलेट के ब्लॉकेज खोल दिए गए हैं। कुछ जगहों पर काम होना बाकी है, जो जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। दोनों हॉस्टल में ड्रेनेज सिस्टम भी पूरी तरह फेल था। जिसे भी सुधारा जा रहा है।
यह काम अभी भी नहीं हो सके शुरू
बीएमसी में लिफ्ट सेवा का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को दिया जा चुका है। इसके लिए प्रबंधन ने एक करोड़ 35 लाख का भुगतान भी कर दिया है, लेकिन अभी भी सभी लिफ्ट पर कर्मचारी तैनात नहीं किए गए हैं। अनाउंसमेट सिस्टम को लेकर पिछले महीने काम चल रहा था। इंटरकॉम को चालू करने वायरिंग रिपेयर की गईं थी, लेकिन अभी भी दोनों व्यवस्था शुरू नहीं हुई है। इंटरकॉम के पहले से ही 150 टेलीफोन रखे हुए हैं, लेकिन इनका उपयोग नहीं हो पा रहा है। फायर फाइटर चालू हो चुका है। टेस्टिंग भी हो चुकी है, लेकिन अस्पताल के अंदर कई जगह से जो फायर फाइटर के बॉक्स हटाए गए थे। उन्हें वापस उसी जगह पर नहीं लगाया गया है।