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BMC भर्ती प्रक्रिया में दागी की आदर्श एंट्री की हो रही साजिश

locationसागरPublished: Apr 23, 2018 10:36:51 am

बीएमसी में 43 पदों पर नियुक्तियां होना है। अभी इनमें से सिर्फ ८ पदों पर इंटरव्यू हुए

BMC Doctors selected on vacancies after interview

BMC Doctors selected on vacancies after interview

सागर. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज प्रशासन एक एेसे डॉक्टर का चयन एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर करने की फिराक में है, जिसके विरुद्ध वित्तीय अनियमित्ताओं से संबंधित जांच चल रही है। आदर्श भर्ती प्रक्रिया में एक पद को होल्ड किया जाना, इस आशंका की ओर इशारा करता है।
बीएमसी में ४३ पदों पर नियुक्तियां होना है। अभी इनमें से सिर्फ ८ पदों पर इंटरव्यू हुए हैं। विज्ञापन जारी होने के बाद शेष पदों के लिए प्रदेशभर से अभ्यर्थी आवेदन करेंगे। मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर का पद होल्ड पर रखे जाने से तीसरे चरण की प्रक्रिया में भाग लेने वाले आवेदक इस पद के लिए भाग नहीं ले पाएंगे।
पहले चरण की प्रक्रिया में गायनी विभाग के प्रोफेसर पद के लिए दो एसोसिएट प्रोफेसर ने आवेदन किया था। दोनों योग्य पाए गए थे, लेकिन प्रबंधन ने इन्हें विभाग की जिम्मेदारी के लिए अनुकूल नहीं पाया था। इस दौरान प्रबंधन ने यह पद होल्ड पर नहीं रखा। बल्कि खाली रखकर अन्य को मौका दिया था। यह प्रक्रिया इस पद के लिए भी प्रबंधन को करनी चाहिए थी।
पीएस ने वीसी में दी थी हिदायत
भर्ती प्रक्रिया की नियम शर्तों में उल्लेख है कि पदों पर साफ स्वच्छ-छवि वाले डॉक्टरों की ही भर्ती की जाए। अन्य मेडिकल कॉलेजों में गड़बड़ी की शिकायतों पर पीएस राधेश्याम जुलानिया ने इस संबंध में वीसी कर स्पष्ट रूप से निर्देशित किया था कि खाली पदों को बेदाग छवि वालों से भरा जाए। न मिले तो पद खाली रखा जाए।
वर्जन
सात महीने से चल रही जांच
जानकारी के अनुसार मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. देंवेंद्र अहिरवार ने दूसरे चरण की भर्ती प्रक्रिया में भाग लिया है। अहिरवार के विरुद्ध एनपीएम मामले की जांच १३ सितंबर २०१७ को शुरू हुई थी। जांच समिति में अधीक्षक डॉ. आरएस वर्मा, डॉ. प्रदीप फडनीस और डॉ. अभय तिर्की हैं। इसमें कुछ एेसे दस्तावेज भी समिति को दिए गए हैं, जिसमें यह स्पष्ट होता है कि डॉ. अहिरवार एनपीए लेने के बाद प्रायवेट प्रेक्टिस करते हैं। साथ ही उन्होंने निजी अस्पताल में प्रेक्टिस कर साढ़े चार लाख रुपए अर्जित किए हैं। नियमानुसार जो भी डॉक्टर एनपीए लेता है तो वह प्रायवेट प्रेक्टिस नहीं कर सकता।
डीन बोले: अभी पद
पर नियुक्ति नहीं की
& विभागीय जांच के संबंध में मैंने ही पिछले महीने विभागीय जांच बैठाई थी। जांच चल रही है, जल्द ही रिपोर्ट मिल जाएगी। अभी पद पर नियुक्ति नहीं की है, पद इसी वजह से होल्ड पर रखा है। डॉ. जीएस पटेल, डीन
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