वहीं दूसरी ओर कुछ छात्रों में बोर्ड परीक्षा को लेकर एक अजीब सा डर रहता है। पूरी तैयारी के बावजूद भी परीक्षा की तारीख पास आते ही बच्चों में एक अलग सी बैचेनी नजर आने लगी है। जिससे उनकी दिनचर्या में भी परिवर्तन हो गया है। अपने बच्चों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए अभिभावक भी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने लगे हैं। हालांकि बच्चों ने भी बेहतर परिणाम लाने के लिए कमर कस ली है। बच्चों परीक्षा के इसी भय को दूर करने के लिए पत्रिका ने मनोचिकित्सक डॉ. राजीव जैन से बात की जिस पर उन्होंने कुछ टिप्स दिए हैं। जो परीक्षा के समय बच्चों के लिए काफी कारगर साबित हो सकते हैं।
क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक – सबसे पहले विद्यार्थियों को परीक्षा जैसा किसी भी शब्द का डर अपने मन में नहीं रखना चाहिए। किसी भी स्थिति में मन में तनाव पैदा न हो इसका खास ख्याल रखें।
– परीक्षा के दौरान कम से कम छह घंटे की नींद लेना चाहिए, सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने से दिमाग फे्रश बना रहता है।
– परीक्षा के दौरान कम से कम छह घंटे की नींद लेना चाहिए, सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने से दिमाग फे्रश बना रहता है।
– बीच-बीच में कुछ टहलना भी जरूरी है। साथ ही कुछ समय के लिए मनोरंजन भी करें ताकि शरीर की मांसपेशियों में स्फूर्ति बनी रहे। खाने में पौष्टिक व हल्का भोजन करें।
– रात दस बजे तक सो जाएं ताकि सुबह जल्दी उठ सकें। पेरेंट्स बच्चों को पढ़ाई के लिए ज्यादा दबाव न डालें, बल्कि उनमें ऐसा माहौल बनाएं कि बच्चे स्वयं अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर रहें।
– रात दस बजे तक सो जाएं ताकि सुबह जल्दी उठ सकें। पेरेंट्स बच्चों को पढ़ाई के लिए ज्यादा दबाव न डालें, बल्कि उनमें ऐसा माहौल बनाएं कि बच्चे स्वयं अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर रहें।
– जहां भी परेशानी है वहां टीचर या दोस्तों से चर्चा कर उसका समाधान ढूंढें। प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित कर लें।
– गणित, अंग्रेजी, विज्ञान जैसे कठिन विषयों पर बार-बार रिवीजन करें। इसके साथ ही खानपान का विशेष ध्यान दें।
– गणित, अंग्रेजी, विज्ञान जैसे कठिन विषयों पर बार-बार रिवीजन करें। इसके साथ ही खानपान का विशेष ध्यान दें।
– टीवी, मोबाइल व अन्य किसी तरह के आयोजन से आपको कुछ दिनों तक दूर रखें, ताकि पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही केंद्रित रहे।