सागरPublished: Jul 10, 2019 09:51:26 pm
sachendra tiwari
ग्राम मेवली में हो रही थी शादी
Bride refused marriage, returned procession
बीना. ग्राम कोंरजा निवासी एक युवती की शादी ग्राम मेवली से संपन्न कराई जा रही थी और वरमाला के बाद अचानक युवती ने शादी करने से इंकार कर दिया, जिससे बारात को वापस लौट गई। शादी न करने का कारण दूल्हा का दिव्यांग होना बताया जा रहा है और यह बात पहले छिपाई गई थी। इसके तुरंत बाद युवती के परिजनों ने दूसरे लड़के की तलाश शुरू कर दी और कुछ घंटों बाद ही शादी करा दी।
बारात मंगलवार रात मेवली पहुंची थी और वरमाला भी हो चुकी थी, लेकिन अचानक जब युवती ने देखा कि युवक दिव्यांग है तो उसने शादी से इंकार कर दिया। लड़का पक्ष ने युवती को समझाइश दी, लेकिन उसने कोई बात नहीं सुनी। लड़की पक्ष वालों का कहना था कि यह बात क्यों छिपाई कि लड़का दिव्यांग है। साथ ही यह भी कहा कि टीका लेकर गए थे तो दूसरा लड़का था और दूल्हा बनकर कोई ओर आया है। इसके बाद बारात लौट गई। इसके बाद परिजनों ने दूसरे लड़के की तलाश की और लोगों से संपर्क करने के बाद खुरई निवासी एक युवक से बुधवार को ही लड़की की शादी करा दी गई।
कोंरजा गांव में लगी है परक, इसलिए शादी करना थी जरूरी
कोंरजा गांव में परख लगी होने के कारण मेवली गांव से लड़की की शादी की जा रही थी और शादी की रस्में पूरी हो जाने के कारण लड़की की शादी के बिना गांव नहीं ले सकते थे, इसलिए तत्काल दूसरा लड़का तलाशकर शादी करनी पड़ी।
क्या होती परक
ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कुछ कुप्रथाएं चली आ रही हैं। परक भी एक कुप्रथा है। यदि गांव में कोई व्यक्ति हत्या कर देता है और उसके परिवार में जब तक किसी लड़की की शादी नहीं होती है तब तक उस गांव में शादी समारोह नहीं होगा। लड़कियों की शादी दूसरे गांवों में जाकर की जाती हैं। यदि हत्या करने वाले परिवार में लड़की नहीं है तो तुलसी विवाह कराना पड़ता है जो पूरे रीति रिवाज से होता है। कोंरजा में ही एक तुलसी विवाह अधिकारियों ने कराया था, लेकिन कुछ वर्ष पूर्व एक व्यक्ति ने हत्या कर दी थी तब से फिर परक लगी हुई है। उसकी लड़की छोटी है, जिससे शादी नहीं हो पाई है। शादी होते ही परक हट जाएगी।