सागरPublished: Sep 21, 2023 12:37:29 pm
sachendra tiwari
बस चालक की लापरवाही ने एक घर का चिराग बुझा दिया, बच्चे का शव सड़क पर पड़ा देख पिता का रो—रो कर बुरा हाल रहा और चालक सहित बस के अन्य स्टाफ को कड़ी सजा देने क मांग की।
बीना. बस स्टाफ की लापरवाही से बुधवार शाम करीब 5.15 बजे खिमलासा रोड पर कक्षा 12 वीं के छात्र की टायर के नीचे आने से दर्दनाक मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बस में आग लगाकर चक्का जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम एवं एसडीओपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन देर रात तक ग्रामीण छात्र के परिजनों को एक करोड़ रुपये आर्थिक सहायता और दोषी ड्राइवर, कंडक्टर और क्लीनर पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन करते रहे।
मृतक छात्र रविशंकर पिता श्यामलाल अहिरवार (16) निवासी मालासुनेटी रोज की तरह बुधवार को हायर सेकंडरी स्कूल बसहारी पढऩे आया था। शाम करीब 4.30 बजे छुट्टी होने के बाद वह त्रिरुपति बस सर्विस की बस क्रमांक एमपी 40 पी 0290 से वापस आने गांव जा रहा था। गांव के पास खिमलासा रोड पर निर्धारित बस स्टापेज पर छात्र को उतारने के बजाए ड्रावर करीब 100 मीटर आगे तक बस ले गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जब छात्र ने बार-बार बस रोकने की बात की तो ड्राइवर ने बस धीमी कर दी। बस रुकने से पहले ही क्लीनर ने छात्र को नीचे उतार दिया। इसके चलते छात्र बस के पीछे के टायर के नीचे आ गया। बस ऊपर से निकलने के कारण छात्र की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद बस ड्राइवर क्लीनर के साथ मौके से भाग गया। वहीं दूसरी ओर से घटना की जानकारी लगते ही मृतक के परिजन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों घटना स्थल पर पहुंच गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने बस में आग लगाकर चक्का जाम कर दिया।