सागरPublished: Dec 08, 2019 08:46:01 pm
anuj hazari
स्वच्छता अभियान की अंतिम तिमाही के केवल 22 दिन शेष
Campaign did not accelerate, JD’s order was also ignored
बीना. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की अंतिम तिमाही के केवल 22 दिन शेष रह गए हैं, लेकिन रैंकिंग में सुधार करने के लिए की जाने वाली तैयारियां नाकाफी है, जिससे अच्छी रैंकिंग मिल पाना मुश्किल है। गौरतलब है कि पूरे वर्ष नपा के जिम्मेदार अधिकारियों ने अच्छी रैंकिंग पाने के लिए काम करना तो दूर की बात शहर पहली नजर में ही स्वच्छ दिखे इसके लिए ही काम नहीं किया है। शहर में जहां देखो वहां गंदगी नजर आ रही है। इतना ही नहीं ज्वाइंट डायरेक्टर आर कार्तिकेय ने निरीक्षण के दौरान स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया था कि किसी भी स्थिति में स्वच्छता अभियान में ढील न बरती जाए। अधिकारियों ने भी उनकी हां में हां मिलाकर उस समय शहर में काम करने के लिए प्लानिंग बताई, लेकिन उनके जाने के बाद उनका आदेश और प्लानिंग दोनों हवा हो गईं।
केवल घर से कचरा लेने पर जोर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में अच्छी रैंकिंग पाने के लिए कई काम किए जाने थे, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण केवल निजी कंपनी को दिए गए घर से कचरा कलेक्शन का काम ही किया जा रहा है। जबकि प्लानिंग में शहर में सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक के साथ, खाली प्लाटों में पटी पड़ी पॉलीथिन को साफ करने, नालियों के एंड पॉइन्ट पर जाली लगाकर पॉलीथिन निकालने, गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना की कार्रवाई करने, दुकानों पर डस्टबिन रखवाने सहित अन्य स्तर पर काम किया जाना था।
अंतिम तिमाही तय करेगी रैंकिंग
पिछली तीन तिमाही रैंङ्क्षकग में लगातार बीना नपा की रैङ्क्षकग गिरी है। इसके बाद वर्ष की रैंकिंग भी कई पायदान नीचे गिरने के आसार नजर आ रहे हैं। पिछली रैंकिंग में भी बीना नपा का जिले में चौथा स्थान रहा है जो अब और नीचे गिरेगा। क्योंकि जिस स्तर पर रैंकिंग सुधराने काम किए जाने थे वह नहीं किए जा रहे हैं।
फैक्ट फाइल
सफाई कर्मचारी – 142
वार्ड – 25
जनसंख्या – 70 हजार लगभग
स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के शेष दिन – 22
की गई हैं टीम गठित
स्वच्छता के लिए टीम गठित की गई है। बस स्टैंड पर पेंटिंग की गई है और दुकानदारों व शराब दुकान के बाहर डिस्पोजल फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
आकांक्षा मिश्रा, नोडल अधिकारी