सागर. छावनी क्षेत्र के आवासीय बंगलों में नियम विरुद्ध चल रहे व्यावसायिक उपयोग पर छावनी की कसावट ढीली पडऩे लगी है। ढाई महीने पहले बोर्ड बैठक में सख्ती मुहर लगने और अनाधिकृत उपयोगकर्ताओं को एक लाख रुपए का जुर्माना जमा कराने के नोटिस के बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। छावनी प्रशासन अब इस मामले में न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहा है लेकिन एेसा तभी हो पाएगा जबकि बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को हरी झंडी मिलेगी। दशकों पहले लीज पर मिली बेशकीमती जमीन पर राजनीतिक संरक्षण में जारी व्यावसायिक गतिविधियों छावनी की ढिलमुल रवैए के कारण लगातार बढ़ती जा रही है।