सागर

स्थानांतरित दो स्टेशन कमांडर और दर्जनों मृतक करेंगे विधानसभा चुनाव में मतदान!

कैंट का मामला- वार्डों की मतदाता सूची तैयार करने में बरती लापरवाही

सागरAug 31, 2018 / 01:54 pm

manish Dubesy

Cantonment Voter List Frazier

सागर. कैंट क्षेत्र में विधानसभा की निर्वाचक नामावलियों में बड़े स्तर पर गड़बड़ी सामने आ रही है। मतदाता सूची में जहां वर्षों पहले स्थानांतरित होकर चले गए दो कैंट अध्यक्षों के नाम जुड़े हुए हैं तो दूसरी ओर अपनी मौत के डेढ़ दशक बाद वार्ड ७ में गुलाब रोड पर रहने वाले गोविंद दास को इस बार विधानसभा चुनाव में वोट डालने का अधिकार सर्वेक्षण करने वाले बीएलओ द्वारा दिया गया है। दिवंगत गोविंद दास ही नहीं उनकी तरह दर्जनों एेसे नाम मतदाता सूची में जोड़े गए हैं जो अब दुनिया में ही नहीं हैं। वहीं रहवासियों को कैंट बोर्ड की मतदाता सूची के बाद अब विधानसभा की मतदाता सूची से भी बाहर कर दिया गया है। इसको लेकर रहवासियों में आक्रोश है, उनके द्वारा दावे- आपत्तियां भी प्रस्तुत की गईं हैं लेकिन अब तक उनके नाम नहीं जोड़े गए हैं।
वार्ड ७ के पार्षद वीरेन्द्र पटेल के अनुसार वर्ष २०१०-२०११ में ब्रिगेडियर मनजीत सिंह स्टेशन कमांडर और कैंट अध्यक्ष के रूप में पदस्थ रहे, लेकिन उनका नाम हाल ही में तैयार हुई विधानसभा की मतदाता सूची में परेड चक्र क्षेत्र में ७३६ वे नंबर पर है। उनके अगले ही क्रम ७३७ पर ब्रिगेडियर हरमीत ङ्क्षसह चटवाल का नाम है जबकि वे २०१३ से २०१४ के बीच पदस्थ रहे और अब सागर से उनका कोई संबंध नहीं है।
निधन के डेढ़ दशक बाद वोट डालेंगे गोविंद दास
हाल ही में राज्य विधानसभा निर्वाचक नामावलियों का प्रकाशन हुआ है और दावे-आपत्तियां बुलाई गई हैं। इस बीच कैंट क्षेत्र के वार्डों में बडे स्तर पर मतदाता सूचियों का गड़बड़झाला सामने आने लगा है। मतदाता सूची के गुलाब रोड निवासी ७० वर्षीय गोविंद दास पुत्र भगवानदास को वोटर के रूप में शामिल किया गया है जबकि हकीकत यह है कि वे करीब १५ साल पहले ही दिवंगत हो चुके हैं। इसी क्षेत्र के निवासी रहे दीपक पुत्र बालचंद का १० साल पहले निधन हो चुका है तो उनके भाई लक्ष्मण का कुछ महीने पहले निधन हो गया है। यह तो मतदाता सूची में अपात्रों के जुड़े होने की छोटी सी बानगी है। यदि वार्ड के रहवासियों के बीच बैठक मतदाता सूची के पन्नों को पलटा जाए तो शायद ही कोई पन्ना एेसा निकले जिसमें गड़बड़ी न मिले। फिर चाहे वो सेना के स्थानांतरित अधिकारी के नाम हों या दुनिया छोड़ चुके रहवासी।
अपात्रों के नाम जोडऩे पर चुप्पी
पार्षद वीरेन्द्र पटेल कहा कि वास्तविक लोगों के नाम मतदाता सूची में जोड़े जाएं। चाहे कैंट या राज्य विधानसभा की सूची का मामला हो, वास्तविक रहवासियों के नाम जोडऩे पर नियमों की बाधा नहीं होना चाहिए। जो लोग सालों से नहीं रह रहे, उनके नाम सूची में कैसे जुड़ गए? इसका कैंट प्रशासन के पास जवाब नहीं है।
अधिकारियों पर हो कार्रवाई
पार्षद विमल यादव एवं मो.जिलानी मकरानी के अनुसार मतदाता सूची तैयार करने के लिए तैनात किए गए बीएलओ और पुनरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने पुरानी सूचियां रखकर मनमाने ढ़ंग से वर्ष २०१८ की सूची तैयार कर दी। इनकी लापरवाही उजागर हो चुकी है इसलिए कड़ी कार्रवाई की जाए।
दावे और आपत्तियां बुलवाई हैं
मतदाता सूची से नामो को लेकर दावेआत्तियां बुलाई गई हैं। हमने बीएलए से भी मृत और अन्यत्र शिफ्ट हो चुके लोगों की सूची मंगाई है। यदि एेसे और भी नाम है जो उन्हें हटाया जाएगा।
आलोक कुमार सिंह, कलेक्टर

Home / Sagar / स्थानांतरित दो स्टेशन कमांडर और दर्जनों मृतक करेंगे विधानसभा चुनाव में मतदान!

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.