जानकारी के अनुसार भोपाल के एमपी नगर में इसका रीजनल सेंटर अप्रैल से कार्य शुरू कर देगा। अभी तक मप्र, राजस्थान व गुजरात के सीबीएसई स्कूलों का प्रशासकीय नियंत्रण अजमेर केंद्र से हो रहा है। इसके कारण पैरेट्स और बच्चों को बार-बार अजमेर दौडऩा पड़ता था। इससे धन और समय का अपव्यय होता था। अप्रैल से मध्यप्रदेश का केंद्र भोपाल में होगा। बोर्ड ने सीबीएसई के वेबसाइट पर भी इसकी जानकारी दे दी गई है। इस साल से परीक्षा, रिजल्ट और अन्य कार्य भोपाल सेंटर से ही कोऑर्डिनेट होगा।
स्कूल में हो रही अनियमितताओं पर भी होगी कार्रवाई
अभी तक सीबीएसई स्कूलों से संबंधित शिकायतों के लिए अभिभावक परेशान होना पड़ता था, लेकिन अब प्रदेश भर के सीबीएसई संचालित स्कूलों का अनियमितताओं से संबंधित मामले पर भोपाल के सेंटर का नियंत्रण होगा। अभी तक सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में अनियमितताओं के मामले सामने आने के बाद उन पर कार्रवाई सिर्फ कागजों में सिमटकर रह जाती थी या यहां के जिला शिक्षा अधिकारी के पास पेंडिंग रह जाती है। अब मप्र स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी भी क्षेत्रीय सेंटर के अधिकारियों से संपर्क कर स्कूलों पर नियंत्रण कर सकेंगे। सीबीएसई स्कूलों से संबंधित गंभीर मामला आने पर तुंरत कार्रवाई होगी।
चल रही है तैयारी
केवी स्कूल क्रं १ के प्राचार्य अजीत सिंह ने बताया कि सेंटर खुलने की तैयारी चल रही है। अभी यह प्रक्रिया में है। सेंटर खुलने से सागर सहित प्रदेश भर के लोगों के लिए बड़ी सुविधा मिलेगी।