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महाराजपुर विधानसभा की जनता जिस समस्या के कारण आज सबसे ज्यादा परेशान है वह है भ्रस्टाचार। आज कमज़ोर और कमीशनखोर नेतृत्व होने के कारण इस सीट पर नॉकरशाही बेलागम होकर जनता को लूटने का काम कर रही है।आम जनता को छोटे छोटे कामों के लिए सरकारी कार्यालयों में लूटना पड़ रहा। किसान,व्यापारी,युवा वर्ग और आम आदमी इस भृष्टचार के कारण त्रस्त है और कोई उनकी सुनने वाला नही है। मेरी प्राथमिकता जनता को इस समस्या से छुटकारा दिलाने की होगी।
2- चार शहरों में औधोगिक कॉरिडोर का निर्माण कर युवाओं को रोजगार से जोड़ना।
——महाराजपुर विधानसभा के अंतर्गत चार बड़े शहर आते हैं फिर भी इनका सुनियोजित विकास न हो पाने के कारण ये शहर जनता को रोजगार देने में सक्षम नही बन पाए।मेरी प्राथमिकता होगी कि में हरपालपुर,नोगाव,महारजापुर और गढ़ीमलहरा में ऐसे औधोगिक केंद्रों की स्थापना करा सकूं की यह एक कॉरिडोर के रूप में विकसित हो सके और युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिल सके।
-महाराजपुर विधानसभा की 80 फीसदी आबादी भयावह जलसंकट से परेशान है। खास तौर पर हरपालपुर,महाराजपुर और गढ़ीमलहरा की जनता तो नहाने तक का पानी भी खरीद रही है। क्षेत्र में नदियों और तालाबों की अच्छी संख्या होने के कारण भी शहर तो छोड़िए गाँव भी प्यासे हैं।मेरी कोशिश होगी कि में नए जलस्त्रोत खोजकर हर घर को जलसप्लाई से जोड़ सकूं।
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महाराजपुर विधानसभा की लगभग 5 लाख की आबादी इलाज के अभाव में मरने को मजबूर है। सरकार ने सभी बड़े स्थलों पर स्वास्थ केंद्र तो खोल दिये लेकिन ये सिर्फ रिफर सेंटर बनकर रह गए हैं। डॉक्टरों का या तो अभाव है या फिर उनकी लापरवाही। अस्पताल में न तो मशीनें हैं और न ही दवाओं का वितरण ठीक तरह से हो पा रहा है। हर साल कई गर्भवती महिलाएं इलाज के अभाव में दम तोड़ रही हैं। मेरी प्राथमिकता है जमीनी स्तर से स्वस्थ सेवाओं को दुरुस्त करना।