कम कीमतों के भी हैं उत्पाद
कम कीमतों के कॉस्टेमिक्स भी बाजार में जगह बनाए हुए हैं। लिपिस्टक, डियो, लिप केयर, फेस पाउडर, काजल, आइलाइनर जैसी चीजों की अच्छी पैकिंग के सहारे खपत बढ़ी है। ये प्रोडक्ट कटनी, भोपाल और इंदौर से ज्यादा मंगाए जा रहे हैं। कम कीमत की वजह से ग्राहक इन्हें पसंद कर रहे हैं। बड़े शहरों में ऐसी भी मशीनें लग गई हैं जो कंपनियों की पैकिंग में रिफलिंग का काम करते हैं। इसके बाद यह यह ऑफर के साथ बेचे जा रहे हैं। एजेंसी संचालक राजेश पंडित के अनुसार शहर में करोड़ों रुपए के नकली कॉस्मेटिक सामान को बेचा जा रहा है। निगम मार्केट में चायना के उत्पादों की खपत बढ़ी है। जीएसटी बिल के साथ सामान नहीं दिया जा रहा, इसलिए बिना बिल के खरीदी न करें।
नकली प्रोडक्ट की खपत बढ़ी
नगर निगम मार्केट में रोजाना सैकड़ों महिलाएं कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट खरीदने आती हैं। यहां चायना के प्रोडक्ट की भरमार है। ग्राहकों को ब्रांडेड से मिलते-जुलते प्रोडक्ट भी लगभग उसी कीमत पर बेचे जा रहे हैं कि ये असली हैं। एक बार इसका इस्तेमाल करो।
कीमत में भी फर्क
नकली सौंदर्य प्रसाधन उत्पाद का कारोबार ऑनलाइन भी जोर पकड़ रहा है। जानकार बताते हैं कि ब्रांडेड गोल्ड क्रीम जिसकी एमआरपी लगभग 994 है, वह ऑनलाइन मार्केेट में 236 रुपए की दो हैं। यहां वास्तव में नकली चीजों को खपाया जा रहा है।
शहर में कॉस्मेटिक की खपत बढ़ी है। इसमें नकली उत्पाद का इस्तेमाल करने से पहले सावधानी बरतनी चााहिए। लगभग 40 फीसदी व्यापार नकली होना पाया गया है।
सपन जैन, थोक विक्रता
कॉस्मेटिक का लोगों के लिए सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए। कई बार अलग-अलग कंपनियों में मिल रहे ऑफर की वजह से लोग कई बार अलग-अलग वैरायटी का उपयोग में लाने लगते हैं, इसे हमारी त्वचा पर असर पड़ता है। अधिक उपयोग से एलर्जी, खुजली और चेहरे पर दाने निकलनी जैसी परेशानी बढ़ जाती है।
शैलेन्द्र सिंह, त्वचा रोग विशेषज्ञ
यह नुकसान
कॉस्मेटिक्स में केमिकल का इस्तेमाल तय मात्रा से ज्यादा हो या गुणवत्तायुक्त न हो तो अधिक इस्तेमाल से स्किन सेंसटिव हो जाती है। धूप सहने की क्षमता कम होती है। चेहरे पर अनचाहे बाल उग आते हैं। कोई भी कंपनी का कॉस्मेटिक हो केमिकल को मिलाया जाता है, जो आखिर में स्किन को डैमेज करती है। कई कंपनियों के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में हैवी मेटल जैसे अर्सेनिक, कैडमियम, लेड, मरकरी, निकेल आदि पाए गए हैं। ये मेटल शरीर से लंबे समय तक टच में रहें, तो त्वचा संबंधी समस्या बढ़ा सकते हैं। रोज इस्तेमाल के हिसाब से मॉइश्चराइजर ठीक माना जाता है।
डॉ. राघव गुप्ता त्वचा रोग विशेषज्ञ