ट्रांजेक्शन न करने पर बंद हो गए जनधन खाते
सागरPublished: Sep 20, 2018 02:37:11 pm
केंद्र सरकार ने टीबी मरीजों के लिए हर महीने ५ सौ रुपए देने की घोषणा की है
ट्रांजेक्शन न करने पर बंद हो गए जनधन खाते
सागर. कें्द्र सरकार द्वारा टीबी रोगियों को हर महीने 500 रुपए दिए जाने का प्रावधान रखा है। लेकिन इसमें बैंक खाते न होने की एक बड़ी समस्या टीबी रोगियों के सामने आ रही है।
जनधन योजना के तहत कई टीबी रोगियों के जीरो बेलेंस के बैंक खाते खुले थे, लेकिन ट्रांसजेक्शन न कर पाने के कारण कई के खाते बंद हो गए हैं। एेसे में अब इन मरीजों 1 हजार रुपए में बैंक खाता खुलवाना पड़ रहा है। अप्रैल महीने से यह प्रक्रिया शुरू हो गई है, जहां ब्लॉक लेवल से इन मरीजों को बैंक खाता नंबर देना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार 40 फीसदी से ज्यादा टीबी मरीजों के खाते नहीं खुल पाए हैं।
990 मरीज रजिस्टर्ड
टीबी अस्पताल में अप्रैल से लेकर जून तक ९९० मरीज दर्ज हैं। इनमें से 40 फीसदी मरीजों के खाते नहीं खुल पाए हैं। इनमें छह महीने, आठ महीने और २४ महीने कोर्स वाले मरीज शामिल हैं। जनधन योजना के तहत कई गरीब लोगों के खाते बंद हैं। इनमें टीबी मरीज भी शामिल हैं। बैंकों में जीरो बैलेंस के खाते नहीं खुल रहे हैं। इस वजह से मरीजों को १-१ हजार रुपए जमा करने पर खाते खोले जा रहे हैं। उन मरीजों के खाते नहीं खुल रहे हैं, जो आर्थिक रूप से अक्षम हैं। वहीं बैंक खाते खोलने के लिए वर्तमान में न तो बैंक प्रबंधक मदद कर रहे हैं। न ही स्वास्थ्य विभाग। शासन स्तर से भी जीरो बैलेंस के खाते खोले जाने के कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं।
यदि इन मरीजों के लिए शासन प्रमाण पत्र जारी करने और जीरो बैलेंस के आदेश कर देता है तो मरीजों को सहुलियत हो सकती है। टीबी मरीजों के लिए हर महीने पांच सौ रुपए दिए जा रहे हैं। उन्हें आने-जाने के लिए लगने वाले किराए के लिए परिजनों पर आश्रित नहीं रहना होगा। वे मुख्यधारा में जुडकऱ नियमित दवाएं जारी रख सकेंगे। साथ ही पौष्टिक आहार भी ले सकेंगे। सरकार अभी तक दवा तो देती थी, लेकिन सभी को पैसा नहीं मिलता था। केवल आदिवासियों को दवा खाने के लिए 750 रुपए मिलते हैं, एमडीआर रोगियों को किराया दिया जाता रहा है। दवाएं तो देती थी लेकिन सभी को पैसा नहीं मिलता था।
यह मिलेगी राशि
3000 – छह महीने कोर्स
4000 – आठ महीने कोर्स
12000 – 24 महीने कोर्स
&टीबी मरीजों के रजिस्ट्रेशन के दौरान उनसे बैंक खाता नंबर मांगा जा रहा है। मरीजों के पास बैंक खाते हैं। जिनके नहीं हैं उन्हें खुलवाने को कहा जा रहा है। जीरो बैलेंस और प्रमाण पत्र जारी करने के संबंध में कोई आदेश नहीं मिला है।
डॉ. सुनील जैन, प्रभारी टीबी अस्पताल