केंद्रीय विवि में गल्र्स हॉस्टल की बाउंड्रीवॉल का प्लास्टर पहली बारिश में धुला, १९ करोड़ रुपए से हुआ था कार्य
डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि में एक साल पहले बनकर तैयार हुए गल्र्स हॉस्टल की बाउंड्रीबाल इन दिनों जर्जर हालत में है। पहली बारिश में ही बाउंड्रबाल का प्लास्टर धुल चुका है। 19 करोड़ की लागत से तैयार इस भवन के बाहरी हिस्से का जब यह हाल है तो अंदर भवन की स्थिति क्या होगी।
इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। कुछ महीने पहले भी प्लास्टर गिरने की घटना हुई थी। उसे बाद निर्माण एजेंसी एसएससीएल ने इसकी मरम्मत का काम शुरू कराया था, लेकिन ठेकेदार ने यह काम बीच में ही बंद कर दिया था। बताया जाता है कि भुगतान न होने के कारण यह काम रुका पड़ा है।
दो महीने से काम बंद
बताया जाता है कि बाउंड्रीबाल के कुछ हिस्से से प्लास्टर उधाडऩे का काम हुआ था। इस काम को करीब दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अब यह काम बीच में ही बंद कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार एचएससीएल ने जिस कांट्रेक्टर को यह काम दिया है उसका ऑफिस दिल्ली में है। एचएससीएल और कांट्रेक्टर के बीच विवाद भी चल रह है। इस वजह से यह काम पूरा नहीं हो पा रहा है।