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गांवों में सेटेलाइट व रिमोट सेंसिंग सुविधा से होगा सरोवर स्थल का चयन

locationसागरPublished: Jul 07, 2018 03:55:20 pm

सेटेलाइट और रिमोट सेन्सिंग सुविधा व अन्य स्रोतों का भी उपयोग करने के निर्देश कमिश्नर ने दिए।

CM Gram Sarovar Yojna

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सागर. पानी की कमी दूर करने और जल संचय के लिए मुख्यमंत्री ग्राम सरोवर योजना के तहत संभाग के सभी जिलों की सभी जनपदों (ब्लॉक्स) में अधिक से अधिक सरोवर बनाएं। इन सरोवरों के निर्माण का स्थल चयन करने में सेटेलाइट और रिमोट सेन्सिंग सुविधा व अन्य स्रोतों का भी उपयोग करें। यह निर्देश कमिश्नर मनोहर दुबे ने दिए। वह शुक्रवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कामों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि फील्ड में अच्छा काम करें। बेहतर कार्य प्रदर्शन से अपने ब्लॉक को टॉप पोजीशन में लाने की मंशा रखें। किसी विकासखंड का प्रदशन राज्य के औसत (स्टेट एवरेज) से कम पाया गया तो संबंधित सीइओ व बीडीओ दंड के लिए तैयार रहें। अपेक्षा के अनुरूप बेहद कम प्रगति मिलने पर कमिश्नर ने टीकमगढ़, जतारा, बड़ा मलेहरा, छतरपुर, नौगांव, पवई के जनपद सीइओ को हिदायत दी कि, वे अपना कार्य प्रदर्शन सुधारें। उन्होंने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी
स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की समीक्षा करते हुए कमिश्नर दुबे ने विकासखंड को टोटल ओडीएफ घोषित कराने के लिए जी-तोड़ मेहनत करने को कहा, साथ ही हर ब्लॉक में 100-125 शौचालय रोजाना बनवाने के निर्देश दिए। सीएम हेल्पर्लान एवं समाधान एक दिवस योजना हमेशा ए ग्रेड में रहे। मनरेगा के कार्यों लेटलतीफी या उदासीनता पाई गई तो संबंधित सीइओ और सहायक यंत्री (मनरेगा) पर सख्त कार्रवाई होगी। बैठक के अंत में कमिष्नर ने अधिकारियों, कर्मचारियों को आनंद विभाग की गतिविधियां बताकर 5 मिनिट की अल्पविराम क्रिया भी कराई।
यह है रिमोट सेंसिंग प्रणाली
भास्कर और भास्कर-2 के सफल प्रदर्शन और उपग्रह की उड़ान के बाद भारत ने कृषि, जल संसाधन, वानिकी और पारिस्थितिकी, भूविज्ञान, पानी शेड, समुद्री मत्स्य पालन और तटीय प्रबंधन के क्षेत्रों में राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए स्वदेशी भारतीय रिमोट सेंसिंग (आइआरएस) उपग्रह कार्यक्रम विकसित करना शुरू किया था। आइआरएस प्रणाली 11 परिचालन उपग्रहों के साथ दुनिया में चल रही नागरिक उपयोग के लिए आज सबसे बड़ा दूरसंवेदी उपग्रहों का नक्षत्र है। इन सभी उपग्रहों को ध्रुवीय सूर्य समकालिक कक्षा में स्थापित किया गया है। भारतीय सुदूर संवेदन कार्यक्रम ने मार्च 17, 2013 सफल संचालन के अपने 25 वर्ष पूरे कर लिए है।
अनुप्रयोग
विकेंद्रीकृत योजना के लिए अंतरिक्ष आधारित इनपुट
राष्ट्रीय शहरी सूचना प्रणाली (एनयूआईएस)
इसरो आपदा प्रबंधन सहायता कार्यक्रम
परिदृश्य स्तर पर जैव विविधता विशेषता
प्रमुख फसलों के पूर्व-पीक फसल क्षेत्र और उत्पादन अनुमान।
सिंचाई कमांड क्षेत्र की स्थिति की निगरानी
शहरी नियोजन
वन सर्वेक्षण
वेटलैंड मानचित्रण
पर्यावरण प्रभाव का विश्लेषण
खनिज पूर्वेक्षण
तटीय अध्ययन
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