scriptvideo: पुराने स्कूल भवन के जर्जर कक्षों में संचालित हो रहा कॉलेज, खतरे के बीच बैठते हैं विद्यार्थी | College operating in creak rooms of old school building | Patrika News

video: पुराने स्कूल भवन के जर्जर कक्षों में संचालित हो रहा कॉलेज, खतरे के बीच बैठते हैं विद्यार्थी

locationसागरPublished: Jul 27, 2019 09:02:07 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

तीन संकायों के लिए नहीं पर्याप्त जगह

College operating in creak rooms of old school building

College operating in creak rooms of old school building

बीना. खिमलासा में लंबे समय की मांग के बाद पिछले वर्ष से शासकीय कॉलेज तो शुरू हो गया है, लेकिन कॉलेज अव्यवस्थाओं के बीच संचालित हो रहा है। एक साल में कॉलेज के लिए भवन भी नहीं मिल पाया है, जिससे पुराने स्कूल के जर्जर कमरों में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। यहां विद्यार्थियों के लिए खतरा बना हुआ है।
खिमलासा कॉलेज में पिछले वर्ष बीए, बीएस, बीकॉम में 193 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था और इस वर्ष पहले राउंड में 102 विद्यार्थी प्रवेश ले चुके हैं। इन विद्यार्थियों की कक्षाएं संचालित करने के लिए पुराने स्कूल भवन के सिर्फ चार कमरें मिले हैं जो पर्याप्त नहीं है। साथ ही यह कमरें जर्जर हो चुके हैं, दीवारों में दरारें आ गई हैं, छत से पानी टपक रहा है, दरवाजे भी खराब हो चुके हैं। ऐसी स्थिति में बारिश के मौसम में तो कक्षाएं लगना संभव ही नहीं हैं। जर्जर भवन में रखा कॉलेज का सामान भी सुरक्षित नहीं है। कोई भी दरवाजा तोड़कर सामान चोरी कर सकता है। इसके बाद भी इन कमरों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। कॉलेज के जो कमरे हैं उनमें पंखा, लाइट तक नहीं लगी हुई है। भवन न होने के कारण कई सुविधाओं से विद्यार्थी वंचित हैं।
नए स्कूल के भवन में खुला ऑफिस
पुराना भवन असुरक्षित होने के कारण कॉलेज का ऑफिस पास में बने नए स्कूल के कमरे में खोला गया है और वहीं से प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन यह भी अस्थाई व्यवस्था है और स्कूल प्रबंधन इसे कभी भी खाली करा सकता है।
स्टाफ द्वारा भी बरती जा रही अनियमितताएं
24 जुलाई को कॉलेज का निरीक्षण अतिरिक्त संचालक डॉ. जीएस रोहित द्वारा किया गया था, जिसमें यहां प्रध्यापक (डिप्लाय) डॉ. सरोज जैन सहित अतिथि विद्धान नहीं थे। साथ ही रजिस्टर पर भी कुछ लोगों द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए गए थे, जिससे उन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है। डॉ. सरोज जैन ने बताया कि उन्हें उस दिन अचानक घर का काम आ गया था, जिससे वह कॉलेज नहीं पहुंच पाई थीं।
मिल गई है जमीन, बजट का इंतजार
खिमलासा कॉलेज के लिए दस एकड़ जमीन आवंटित हो चुकी है और विभाग से बजट मिलने का इंतजार है जो शीघ्र मिल सकता है। बजट मिलते ही कॉलेज भवन का कार्य शुरू हो जाएगा। वर्तमान में व्यवस्था के लिए नए स्कूल भवन के कुछ कमरे लेने की बात चल रही है। साथ ही निरीक्षण के दौरान जो भी अनुपस्थित मिले तो उन्हें नोटिस जारी किए गए हैं और सभी को हिदायत दी गई है।
डॉ. जीएस रोहित, अतिरिक्त संचालक, सागर

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