
sagar
तिली क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई युवक की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा होता देख स्टाफ अस्पताल छोड़कर भाग गया। यह देख लोगों का गुस्सा और ज्यादा भड़का, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल के कांच फोड़ दिए। विवाद की सूचना पर पास की एक अस्पताल के डॉक्टर पहुंचे तो भीड़ ने उनके साथ मारपीट कर दी। घटना की जानकारी लगते ही गोपालगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रही भीड़ को तितर-बितर कर मृतक के परिजनों को समझाइश देकर शांत कराया।
तिली क्षेत्र निवासी बलराम चौरसिया ने बताया कि उनके भतीजे राजेश उर्फ पप्पू चौरसिया 35 साल को करीब 3 माह पहले सांड ने मार दिया था, जिसको लेकर उसका इलाज चल रहा था। 17 जनवरी को उसे दिक्कत हुई तो तिली स्थित शिव सागर अस्पताल में इलाज के भर्ती कराया, जहां बीएमसी में पदस्थ डॉ. आरएस वर्मा ने उसके पेट का ऑपरेशन किया। गुरुवार 23 जनवरी को दोबारा डॉ. आरएस वर्मा ने उसका ऑपरेशन किया और कहीं बाहर चले गए। परिजनों का कहना था कि दोनों ही ऑपरेशन के बाद डॉक्टर वर्मा ने मरीज से मतलब नहीं रखा वे ऑपरेशन करते और बाहर चले जाते। इलाज के दौरान कई बार मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ने की बात डॉक्टर को बताई, लेकिन कोई जांच करने नहीं पहुंचा। डॉक्टर की इसी लापरवाही के कारण युवक की मौत हो गई।
अस्पताल के बाहर मिले मृतक के परिजनों ने बताया कि जब राजेश को भर्ती किया था, तब ऑपरेशन में 40 हजार रुपए का खर्चा आने की बात अस्पताल प्रबंधन ने बताई थी, लेकिन इसके बाद वे 90 हजार रुपए के करीब अस्पताल का बिल चुका चुके हैं। मृतक के चाचा का कहना था कि मरीज को आइसीयू में रखकर हर रोज 8-10 हजार रुपए का बिल थमा देते थे।
Published on:
25 Jan 2025 04:57 pm
बड़ी खबरें
View Allसागर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
