मालथौन टोल पर सबसे ज्यादा टैक्स
जानकारी के अनुसार जिले से गुजरे झांसी- लखनादौन नेशनल हाइवे- 44 स्थित मालथौन टोल प्लाजा से प्रतिदिन 6000 से ज्यादा वाहन टैक्स चुकाकर गुजरते हैं। इनमें भी मल्टी एक्सल व्यावसायिक वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है। परचून, मसाले- किराना, खाद्य सामग्री, अनाज, फल, मशीनरी, पेट्रोलियम पदार्थ जैसी रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुएं जिले में परिवहन के इन्हीं साधनों से लाई जाती है। टोल टैक्स बढने से ट्रांसपोर्ट कारोबारियों पर आने वाला भार स्थानीय व्यापारियों और उनके बाद आम ग्राहकों पर पड़ेगा जो कि बाजार में जरूरी सामान की कीमतों के रूप में सामने आएगा।
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NH-44 पर व्यवसायिक वाहनों से 400 रुपए तक ज्यादा
ट्रांसपोर्ट कारोबारी ने बताया कि जिले से गुजरे नेशनल हाइवे 44 पर मालथौन, चितौरा और तीतरपानी टोल प्लाजा पर टोल प्लाजा है। एक मल्टी एक्सल वाहन जो कि उत्तरप्रदेश की सीमा से एनएच-44 से होते हुए लखनादौन और दक्षिण भारत जाता है। उससे इन तीनों टोल प्लाजा से गुजरने पर अब 2200 से अधिक रुपए टैक्स के रूप में चुकाने पड़ रहे हैं जो कि 31 मार्च तक करीब 1800 रुपए था। प्रदेश के बाहर भी एनएच पर दिल्ली से प्रदेश की सीमा के अंत तक दर्जन भर टोल हैं। सभी पर टैक्स की राशि बढ़ी है और इसका सीधा असर मालभाड़े में वृद्धि के रूप में नजर आएगा।