यहां होना है यह कार्य
रतौना में प्रस्तावित डेयरी स्टेट में 8000 वर्गफीट के क्षेत्र में एक डेयरी शेड बनाने की प्लानिंग तैयार की गई है। एक शेड में 25 मवेशियों को ही रखने प्रस्ताव है। प्रशासन
और पशुपालकों के बीच डेयरी विस्थापन के कुछ बिंदुओं पर सहमति बनना अभी शेष रह गया है। रतौना में वर्तमान में कुटकुट विकास निगम के अधिकारियों ने डिजाइन को तैयार की है।
जल्द निकलेगा हल
शहर से डेयरी विस्थापन का मामला संज्ञान में आया है। इसकी तैयारी हो रही है। पशु पालन विभाग को भोपाल स्तर पर भूमि आवंटन करना है। इस मामले में पत्राचार किया गया है। जल्द ही इस मसले का हल निकाल लिया जाएगा। – मनोहर दुबे, संभागायुक्त
इन स्थानों पर सबसे अधिक परेशानी
ठ्ठ तहसीली और ऑफिसर्स कॉलोनी रोड पर आलम और भी बदतर हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि ऑफिसर कॉलोनी अधिकांश जिम्मेदार अफसर रहते हैं, बावजूद इसके यहां डेयरी वाले मवेशियों के साथ आवारा मवेशी चौबीस घंटे सड़क पर डेरा जमाए रहते हैं।
ठ्ठ शहर का सघन आबादी वाला परकोटा इलाके में हैवी ट्रेफिक का दवाब रहता है। प्रशासन चौकसी तो बरतता है, लेकिन यहां पर डेयरियों से झुंड में निकलने वाले मवेशियों के कारण यातायात की स्थिति दयनीय हो जाती है।
ठ्ठ उत्कृष्ट कन्या महाविद्यालय चौराहे पर भी आवारा मवेशियों सहित डेयरी के पशुओं का जमावड़ा आए दिन होता रहता है।
ठ्ठ गोपालगंज क्षेत्र सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है। यहां पर कोचिंग के हजारों छात्र-छात्राओं की दिनभर आवाजाही रहती है।
ठ्ठ भगवानगंज, मोतीनगर क्षेत्र से भारी वाहनों के साथ अन्य बड़े वाहनों का आना-जाना रहता है। जब मवेशियों के झुंड निकलते हैं तो यहां सुबह व शाम यातायात जाम के हालता बनते रहते हैं।