खुरई और रहली में सबसे ज्यादा नुकसान, टीकमगढ़ के निवाड़ी में पांच हजार क्विंटल सरसों, चना और मसूर के नुकसान की आशंका
सागर•Aug 24, 2018 / 10:57 am•
sunil lakhera
Khera crop, which is a favorable weather season, farmers hope to produce good after many years
सागर. जून महीने में खाद्य आपूर्ति निगम द्वारा खरीदी केंद्रों से उठाए गए कई क्विंटल सरसों, चना और मसूर की बोरियां बारिश में भीगनें के कारण खराब हो गया है। प्रशासन ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी गठित की है, जो अब नुकसान का आंकलन करने में जुटी है। अनुमान के तौर पर संभाग में २२ हजार क्विंटल का नुकसान होने की आशंका है। गुरूवार को खाद्य विभाग की टीम ने जिले के विभिन्न शासकीय गोदामों का जायजा लिया। एडीएम तनवी हुड्डा के निर्देशन में खाद्य विभाग की टीम सुबह गोदामों पर पहुंची थी। हालांकि अन्य जांच दल में खाद्य आपूर्ति निगम और सहकारिता विभाग भी जांच दल में शामिल है, जो अपने-अपने स्तर पर रिपोर्ट तैयार करेगा। ३ सदस्यीय कमेटी को बीना, मालथौन, राहतगढ़, बिलहरा, सुरखी, खुरई और रहली खरीदी केद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए थे। इनमें से मालथौन, बीना, खुरई और रहली में १७ हजार क्विंटल सरसों, चना और मसूर खराब होने की बात कही जा रही है। संभाग के टीकमगढ़ जिले के निवाड़ी में ५ हजार क्विंटल दलहन और तिलहन खराब होने की आशंका है।
इन्हें भेजा था जांच के लिए
जानकारी के अनुसार बीना और मालथौन खरीदी केंद्र के लिए खाद्य अधिकारी राजेश राय, राहतगढ़, बिलहरा और सुरखी, पंकज श्रीवास्तव और रूपराम सनोधिया को खुरई और रहली भेजा गया था। जानकारी के अनुसार राहतगढ़, बिलहरा और सुरखी में खरीदी केंद्र पर सरसों, चना और मसूर में गड़बड़ी नहीं मिली है। वहीं, खुरई और रहली में इनके नुकसान की बात कही जा रही है। चूंकि स्टॉक अधिक होने के कारण यहां का काम पूरा नहीं हो पाया है।
तीन प्रकार से कराई
जा रही जांच
१-मनुष्य के खाने के उपयोग के लिए है या नहीं।
२-मुर्गी पालन फार्म या मिल पर देने के लिए लायक है या नहीं।
३-पूरी तरह खराब हो चुका है। तो नीलामी की जाएगी।