सागरPublished: Feb 25, 2019 08:59:24 pm
sachendra tiwari
जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
Day road accidents happening on this road
बीना. खिमलासा रोड पर बेलई तिराहा डेंजर पॉइंट बन चुका है। यहां हुए हादसों में अभी तक कई लोग जान गवां चुके हैं, लेकिन सुधार कुछ भी नहीं किया गया है। बेलई रोड से आने वाले वाहन बीना-खिमलासा रोड से निकलने वाले तेज भारी वाहनों से टकरा जाते हैं और लोगों की जान चली जाती है।
बीना-खिमलासा रोड पर चौबीसों घंटे भारी वाहनों की आवाजाही रहती है और इस रोड से जुडऩे वाले अन्य रोड के वाहन चालकों को खतरा बना रहता है। बेलई जाने वाली रोड से खिमलासा रोड की ऊंचाई ज्यादा है और बेलई के ओर से आने वाले वाहन चालकों को मेन रोड से निकलने वाले वाहन नहीं दिखाई देते हैं, जिससे वह दुर्घटना का शिकार होते हैं। कई हादसों के बाद भी मुख्य मार्ग पर ब्रेकर नहीं बनाए गए हैं। यहां सिर्फ ब्रेकर के संकेत बने हुए हैं, लेकिन इन संकेतों पर तेज रफ्तार वाहन चालकों की नजर नहीं जाती है। यदि यहां ब्रेकर बना दिए जाएं तो वाहनों की गति धीमी होने से हादसे रुक सकते हैं।
दोनों तरफ खेत, झाडिय़ां होने से नहीं दिखते वाहन
बेलई तिराहे पर दोनों तरफ खेत होने से वाहनों चालकों के लिए दोनों तरफ के वाहन नहीं दिखाई देते हैं। यदि यहां रोड की चौड़ाई बढ़ा दी जाए तो वाहन चालकों को दोनों तरफ के वाहन दिखाई देने लगेंगे और हादसे रुक जाएंगे।
माला गांव के पास भी होते हैं हादसे
मुख्य मार्ग से माला गांव को जोडऩे वाली सड़क पर भी हादसे होते हैं। यहां भी मुख्य मार्ग पर आने वाले वाहन चालकों को यहां भी वाहन नहीं दिखाई देते हैं क्योंकि दोनों तरफ पेड़ और झाडिय़ां लगी हुई हैं।
रोड बनाते समय नहीं दिया ध्यान
यहां रोड बनाते समय ऐसी जगहों पर इंजीनियरों द्वारा ध्यान नहीं दिया गया, जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। यदि यहां रोड बनाते समय ही सुधार कर दिया गया होता तो लोगों की जान नहीं जाती।
इनका कहना है
हाइवे पर ब्रेकर नहीं बनते हैं, लेकिन यहां लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं और इन घटनाओं पर रोक लगे इसमें सुधार कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे।
अनिल मौर्य, थाना प्रभारी, बीना