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अखाड़े, ढोल-बाजे और डमरू दल के साथ निकली कलशयात्रा, बुंदेली संस्कृति की दिखाई दी झलक

राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू की राम कथा का आयोजन 15 से 21 दिसम्बर तक खेल परिसर के बाजू वाले मैदान में किया जा रहा है। कथा के पहले शनिवार को दोपहर 2 बजे से रामबाग मंदिर बड़ा बाजार से भव्य कलश यात्रा निकाली गई।

सागरDec 15, 2024 / 04:59 pm

Rizwan ansari

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राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू की राम कथा का आयोजन 15 से 21 दिसम्बर तक खेल परिसर के बाजू वाले मैदान में किया जा रहा है। कथा के पहले शनिवार को दोपहर 2 बजे से रामबाग मंदिर बड़ा बाजार से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जो कोतवाली, तीनबत्ती, परकोटा, बस स्टैंड से होती हुए कथा स्थल पर पहुंची। कलश यात्रा में सैंकड़ों की संख्या में मात्र शक्ति पीले वस्त्र में कलश लेकर चल रही थीं। कलश यात्रा में छोटी-छोटी बेटियां घोड़े पर सवार होकर ध्वज लेकर बैठीं हुई थी। राम, लक्ष्माण, सीता एवं हनुमान की मनमोहक झांकी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी। राष्ट्रीय संत चिन्मयानंद बापू एवं मुख्य यजमान प्रतिभा तिवारी, डॉ. अनिल तिवारी एवं शिवशंकर मिश्रा विराजमान थे। रथ के आगे अखाड़े, ढोलबाजे, डमरूदल के साथ बड़ी संख्या में भक्त शामिल थे। शाम 6 बजे कलश यात्रा का समापन कथा स्थल पर हुआ। बड़ा बाजार में मंडल अध्यक्ष रितेश मिश्रा ने स्वागत किया। कोतवाली पर रिछारिया मिष्ठान भण्डार के परिवार जनों ने स्वागत किया। तीनबत्ती पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार पचौरी, ग्रामीण अध्यक्ष आनंद अहिरवार, सुरेन्द्र चौधरी, लक्ष्मण सिंह, अनिल दुबे, पप्पू तिवारी, मनोज शुक्ला शैलेंद्र तोमर और देवेन्द्र तोमर सहित बड़ी संख्या में लोगों ने बापू जी का पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया। कलश यात्रा में रामअवतार पाण्डे, तरूण बडौनिया, अशोक उपाध्याय, मयंक वैद्य, अनिल दुबे, एड. रविन्द्र अवस्थी, निर्भय घोषी, दिलीप रैकवार, राजेश पारासर, अंकित विश्वकर्मा एवं देवेन्द्र मिश्र सहित बड़ी संख्या में भक्त शामिल थे।

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