ट्रैक पर आत्महत्या करने पहुंचे नाबालिग प्रेमियों को डायल-100 टीम ने बचाया
सागरPublished: Jun 28, 2018 02:34:45 pm
दो दिन से थे लापता
सागर. लोगों की सूचना के बाद सानौधा थाने की एफआरवी ने बुधवार शाम नाबालिग प्रेमी युगल की जान बचा ली। पटरी पर बैठे किशोर-किशोरी ट्रैक से ट्रेन के गुजरने का इंतजार कर रहे थे कि उन्हें लोगों ने देख लिया। दोनों को ट्रैक में बैठा देख वहा से गुजर रहे लोगों ने डायल-१०० को फोन कर दिया। पूछताछ के बाद इसकी जानकारी गढ़ाकोटा पुलिस को दी गई जिससे उन्हें परिजनों को भी बुलाया लिया गया। एफआरवी पर तैनात पायलेट कैलाश ठाकुर, आरक्षक नरेन्द्र लोधी और देवी ठाकुर मौके पर पहुंचे और ट्रैक से किशोर-किशोरी को लेकर थाने आए।
गढ़ाकोटा पुलिस के अनुसार रात करीब 8 बजे सानौधा से नाबालिगों के मिलने की सूचना दी गई थी। जिस पर पुलिस ने दो दिन पहले जूना छपरा गांव से लापता 13 वर्षीय किशोरी और 17 वर्षीय किशोर के परिजनों को सूचना दी। पुलिस रात में ही सानौधा थाने से दोनों को गढ़ाकोटा ले गई, जहां उनके परिजन भी पहुंच गए हैं।
एसआई धर्मेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि जूना छपरा निवासी किशोर-किशोरी मजदूर परिवार के हैं और दोनों पहले से ही एक-दूसरे को जानते हैं। वे सोमवार को बिना बताए गायब हो गए थे, जिसकी सूचना परिजनों ने थाने पर दी थी। बुधवार शाम को चांदवर रेलवे गेट के पास अंधेरे में किशोर-किशोरी को बैठा देख लोगों ने डायल-100 को सूचना दी। खबर मिलते ही सानौधा एफआरवी पर तैनात पायलेट कैलाश ठाकुर, आरक्षक नरेन्द्र लोधी और देवी ठाकुर मौके पर पहुंचे और ट्रैक से किशोर-किशोरी को लेकर थाने आए।
दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने और आत्महत्या करने की बात कह रहे थे। पूछताछ के बाद इसकी जानकारी गढ़ाकोटा पुलिस को दी गई जिससे उन्हें परिजनों को भी बुलाया लिया गया। बुधवार रात खबर लिखे जाने पर परिजनों की मौजूदगी में नाबालिगों को समझाइश का दौर जारी है। पुलिस गुरुवार सुबह दस्तावेजी कार्रवाई के बाद उन्हें परिजनों को सुपुर्द करेगी।