आइएएस विवेक केवी का आचरण स्वेच्छाचारिता की श्रेणी में आता है। पिछड़ा वर्ग की निर्वाचित महिला पंचायत प्रतिनिधि ज्योति पटेल के विरुद्ध किया गया आचरण ठीक नहीं है। एक अधिकारी की अनुशासनहीनता से प्रदेश की नौकरशाही की छवि खराब हो रही है। दिग्विजय सिंह ने सीइओ के खिलाफ सिविल सेवा अधिनियम 1965 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
– यह है पुराना मामला दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को लिखे पत्र में बताया है कि उन्हें जिला पंचायत सदस्य ज्योति पटेल ने जिला पंचायत सीइओ विवेक केवी द्वारा अभद्रता किए जाने की शिकायत की है। ज्योति ने अपने क्षेत्र की समस्याओं से सीइओ को अवगत कराना चाहा, लेकिन वह लगातार मीटिंग में होने का बहाना बनाकर मिलने से मना करते रहे। 27 नवंबर को जब जिला पंचायत कार्यालय पहुंची तो सीइओ ने कार्यालय से बाहर निकलने को कहा। उन्होंने अपने चैंबर के सामने चर्चा करने की जगह अभ्रद व्यवहार कर दरवाजा बंद कर लिया और कर्मचारी को दरवाजा न खोलने के निर्देश दिए। ये एक जनप्रतिनिधि को अपमानित करने का कृत्य है।