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रिपोर्ट देख भड़के एसडीएम, कहा प्यास लगेगी तभी कुआं खोदोगे

locationसागरPublished: Jun 15, 2018 08:44:53 pm

Submitted by:

sachendra tiwari

आपदा प्रबंधन की बैठक हुई आयोजित

Disaster management meeting held

Disaster management meeting held

बीना. बारिश पूर्व शुक्रवार को तहसील के सभाकक्ष में आपदा प्रबंधन की बैठक एसडीएम डीपी द्विवेदी ने ली। जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों को बुलाया गया था जो नहीं पहुंचे उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। बैठक में बाढ़ से निपटने और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की योजना बनाई गई।
नगरपालिका से जब जर्जर भवन, नालों की सफाई, पानी भराव वाले क्षेत्रों सहित अन्य जानकारी की मांगी गई तो वह सही जानकारी नहीं दे पाए, जिससे उन्होंने सबइंजीनियर शिवराम साहू को फटकार लगाते हुए कहा कि पिछले वर्षों में जिन वार्डों में पानी भरा था वहां की रिपोर्ट देखी या नहीं, यदि पुरानी रिपोर्ट देखी होती तो तैयारी अच्छी होती। उन्होंने कहा कि प्यास लगने पर ही कुआं खोदने का इंतजार मत करो पहले से तैयार रहो। सबइंजीनियर को शाम तक पूरी रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। पीएचई विभाग से बारिश में हैंडपंप, कुआं में क्लोरिन सहित अन्य पानी शुद्धिकरण की दवाएं डालने के निर्देश दिए। साथ ही एक कर्मचारी को बीना मुख्यालय पर रहने के लिए निर्देशित किया। पशुचिकित्सा विभाग से मौजूद चिकित्सक से मवेशियों को लगने वाले टीकाकरण, उनकी संख्या की जानकारी ली और बारिश के समय क्या तैयार हैं वह जानी। एसडीएम ने कम्युनिकेशन प्लान बनाने की बात कही, जिसमें सरपंच, सचिव, कोटवार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रोजगार सहायक के नंबरों की सूची रहे और कोई भी आपदा आने पर यह तत्काल कंट्रोल रुम को सूचना देंगे। ग्रामों में पर्याप्त राशन, केरोसिन की व्यवस्था करने की बात कही। जेपी पावर प्लांट और बीओआरएल के अधिकारियों से भी बचाव कार्यों के लिए तैयार रहने के लिए कहा। इस अवसर पर तहसीलदार केएन ओझा, एसडीओपी रक्षपाल सिंह यादव सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, बिजली कंपनी, वन विभाग, जनपद पंचायत, प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिकारी अनुपस्थित रहे।
नीचे पुल, पुलियों पर लगाएं बोर्ड
पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशत किया गया है कि निचले पुल-पुलियों पर संकेतक बोर्ड लगाए जाएं। हिरनछिपा, ढुरुआ और देहरी के पास पुलिया अधूरी है, इस संबंध में भी पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देशित किया है कि वह संबंधित विभाग से चर्चा कर इस संबंध में रिपोर्ट दें। साथ ही सरकारी भवन और ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर भवन की सूची भी मांगी है। यदि कोई जर्जर मकान गिरने से कोई हादसा होगा तो एफआईआर कराई जाएगी।
जर्जर स्कूलों को तोडऩे की मांग
बीआरसीसी पीएस राय ने बताया कि कुछ स्कूल जर्जर हो गए हैं और कई जगह नए भवनों के बाजू से पुराने खंडहर भवन बने हुए हैं, जिससे किसी दिन हादसा हो सकता है, इन्हें तोड़ दिया जाए तो हादसे की आशंका नहीं रहेगी। जिसपर उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ को निर्देशित किया है। बीआरसीसी ने करीब एक दर्जन गांवों के नाम बताए जहां बारिश में पुलिया पर पानी आ जाता है और संकेतक भी डूब जाते हैं। यहां बढ़े संकेतक लगाने की मांग की। बेरखेड़ी टांड़ा, आगासौद चक्क के लिए रोड न होने की बात पर एसडीएम ने कहा कि बीओआरएल द्वारा व्यवस्था कराई जाएगी। छात्रावास प्रभारी ने बताया कि छात्रावासों में शौचालय नगरपालिका द्वारा बनाए जाने हैं, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं किया गया है। जिसपर एसडीएम ने ३० जून तक का समय दिया है।
सीएमओ की जगह सफाई प्रभारी को देख भड़के एसडीएम
सीएमओ की जगह नगरपालिका से सफाई प्रभारी को बैठक में शामिल होने के लिए भेजा गया था, जिसपर एसडीएम ने सफाई प्रभारी से कहा किसी ऐसे अधिकारी को बुलाओ जो जानकारी दे सके। नहींं तो सीएमओ की अनुपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके कुछ देर बाद ही सीएमओ और सब इंजीनियर बैठक में पहुंच गए।
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